WB Murshidabad Violance : मुर्शिदाबाद (बंगाल) से ४०० से अधिक हिन्दू पलायन!

  • अब तक ३ हिन्दुओं की हत्या

  • घरों और दुकानों को लूटा और जलाया गया तो हिन्दुओं ने स्कूलों में शरण ली

घबराए हिन्दुओं ने अन्य स्थान पर लिया आश्रय !

मुर्शिदाबाद (बंगाल) – यहां पिछले कुछ दिनों से कट्टरपंथी मुसलमान वक्फ संशोधन कानून को लेकर हिंसा भडका रहे हैं । अब तक ३ हिन्दुओं की हत्या हो चुकी है और कई हिन्दुओं के घरों और दुकानों को लूटा और आग लगा दी गई है । ४०० से अधिक भयभीत हिन्दू क्षेत्र से पलायन कर गए हैं, जबकि कई ने अन्य गांवों के स्कूलों में शरण ली है । फिलहाल कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के पश्चात सीमा सुरक्षा बल के जवान तथा १ सहस्त्र पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं । इसके साथ ही यहां वरिष्ठ अधिकारी भी तैनात रहते हैं । (यह राज्य सरकार के लिए लज्जाजनक है कि उच्च न्यायालय को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आदेश जारी करना पड़ रहा है ! – संपादक)

नदी पार कर हिन्दुओं का पलायन ! – भाजपा

भाजपा विधायक और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि धार्मिक कट्टरपंथियों के भय से मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान इलाके से ४०० से अधिक हिन्दुओं को अपने घर छोडने के लिए विवश होना पडा है । इन हिन्दुओं ने नदी पार कर मालदा जिले के वैष्णवनगर के देवनापुर-सोवापुर ग्राम पंचायत क्षेत्र के लालपुर हाई स्कूल में शरण ली है । तृणमूल कांग्रेस की टालमटोल की राजनीति ने कट्टरपंथी ताकतों को बढ़ावा दिया है । यही कारण है कि अब हिन्दू अपनी ही धरती पर असुरक्षित अनुभव कर रहे हैं । यह कानून तथा व्यवस्था की पूर्ण विफलता है ।

पीडित हिन्दुओं ने कट्टर मुसलमानों द्वारा किये गये आक्रमणों के बारे में बताया !

१. व्यवसायी अमर भगत की पत्नी मंजू भगत ने कहा, “कट्टरपंथियों की भीड ने पहले हमारे घर के सामने के दरवाजे को तोडने का प्रयास किया ।” जब वे इसे तोड नहीं सके तो उन्होंने पीछे के दरवाजे से अंदर घुसने का प्रयास किया । उन्होंने हमारी बाइक तोड दी, घर में घुस गए और सब कुछ लूट लिया – कुर्सियां, गद्दे, टीवी, मूल्यवान वस्तुएं । हमारा पूरा परिवार भगवान का नाम ले रहा था । हम अपनी जान बचाने के लिए छत पर छिप गए । मैं सोच रहा थी कि अगर मेरी बेटी के साथ धार्मिक कट्टरपंथियों ने बलात्कार किया तो क्या होगा ?

२. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मुसलमानों ने एम्बुलेंस में आग लगा दी । ड्राइवर को बुरी तरह पीटा गया । भय के मारे हम घर में बंद हो गए । मैंने अपने माता-पिता, पत्नी और बच्चों को घर पर रखा । मुसलमान बाहरी नहीं अपितु स्थानीय थे ।

३. एक अन्य पीडित ने ए.एन.आई. (एशियन न्यूज इंटरनेशनल) समाचार एजेंसी को बताया, ‘मुसलमानों ने बाइकें तोड दीं, दुकानें जला दीं और हमारा सामान लूट लिया । हम भय के मारे सारी रात जागते रहे । पुलिस कहीं भी दिखाई नहीं दे रही थी । वे अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे थे । अब देखते हैं कि सरकार हमें कोई मुआवजा देती है अथवा नहीं ?

४. सूती में एक हिन्दू दंपत्ति की मिठाई की दुकान ‘सुभा स्मृति होटल’ मुस्लिम आक्रमण में पूर्णरूप से नष्ट हो गई । दुकान मालिक ने रोते हुए कहा, “सब कुछ लूट लिया गया ।” दुकान में कोई नकदी अथवा सामान नहीं बचा था । हमने सबकुछ खो दिया है । अब हम क्या खाएंगे ?

संपादकीय भूमिका

बंगाल दूसरा बांग्लादेश बन गया है ! देश के राजनीतिक दल तथा संगठन को इससे लेना देना नही हैं ! आज जो बंगाल में हो रहा है, कल जब देश के अधिकांश भागों में होने लगेगा तो हिन्दू कहां भागेंगे ?