चित्र औरंगजेब का नहीं, बल्कि बहादुर शाह जफर का होने का रेलवे का दावा

गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर ४ पर लगी औरंगजेब की तस्वीर पर ‘हिन्दू रक्षा दल’ नामक एक हिन्दू संगठन ने कालिख पोत दी । इस संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि “सरकारी इमारत पर एक मुगल आक्रमणकारी की तस्वीर सहन नहीं की जा सकती । शीघ्र ही रेलवे अधिकारियों को इसे हटाने के लिए एक ज्ञापन सौंपा जाएगा ।”
इस घटना के संबंध में गाजियाबाद रेलवे अधिकारियों का कहना है कि वह चित्र औरंगजेब का नहीं, अपितु आखिरी मुग़ल बादशाह तथा १८५७ के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले बहादुर शाह जफर का है ।
‘हिन्दू रक्षा दल’ के कार्यकर्ता बडी संख्या में स्टेशन पर पहुंचे तथा नारेबाजी करते हुए चित्र पर कालिख पोत दी । संगठन का कहना है कि रेलवे सरकारी संपत्ति है तथा वहां इस प्रकार की चित्रकला को सहन नहीं किया जाएगा । उन्होंने रेलवे अधिकारियों से उस चित्र को स्वयं हटाने की मांग की है । संगठन के अनुसार औरंगजेब एक मुस्लिम आक्रमणकारी था, और उसकी तस्वीर सरकारी भवन पर स्वीकार्य नहीं है ।
संपादकीय भूमिकायदि यह चित्र औरंगजेब का नहीं, अपितु बहादुर शाह जफर का है, तो रेलवे प्रशासन ने उसके नीचे नाम क्यों नहीं लिखा ? यह प्रश्न निर्माण होता है । |