हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के महायज्ञ में प्रत्येक हिन्दू परिवार के सदस्य आहुति दें ! – आचार्य राजेश्वर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, संयुक्त भारतीय धर्म संसद, राजस्थान

पहले संपूर्ण विश्व में हिन्दू संस्कृति थी, अब वहां अन्य धर्मी राज कर रहे हैं । कुछ वर्ष पूर्व हिन्दुओं ने कश्मीर से पलायन किया । आज के समय में देश में ६०० स्थानों पर छोटे पाकिस्तान बन गए हैं ।

राजनीतिज्ञ पैसे देकर सभाओं के लिए भीड इकट्ठी करते हैं ! – पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्रीजी

राजनीतिक दल एवं संतों में यही भेद है ! अधिकांश राजनीतिक दल जनता को पैसे, सुविधाएं आदि का लालच दिखाते हैं, जबकि हिन्दुओं के साधु-संत जनता को शाश्‍वत आनंद की अनुभूति की ओर अग्रसर होने के लिए साधना बताते हैं, यह समझें !

(इनकी सुनिए….) ‘यदि बिहार में आकर द्वेष फैलाया, तो कारागृह में डालेंगे !’

कट्टरपंथी मुसलमान नेता बिहार में द्वेष फैलानेवाले वक्तव्य देते हैं, दंगे करते हैं, उन पर जनता दल (संयुक्त) एवं राजद की सरकार कार्रवाई करती नहीं; परंतु प्रेम एवं भक्ति बढानेवाले हिन्दू संतों पर ऐसी कार्रवाई करने की धमकी देती है, यह ध्यान में लें !

पालघर के बालयोगी पू. सदानंद महाराज अपने कार्य के लिए मुख्यमंत्री द्वारा गौरवान्वित !

२७ अप्रैल को एकनाथ शिंदे ने श्रीक्षेत्र तुंगारेश्‍वर के आश्रम में जा कर बालयोगी पू. सदानंद महाराज के दर्शन लिए ।

देहली में आयोजित वैश्विक हिन्दू परिषद में १८ देशों के प्रतिनिधियों सहित हिन्दू जनजागृति समिति का भी सहभाग

हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने अपने उद्बोधन में कहा कि ‘‘आज हम हिन्दू राष्ट्र एवं हिन्दू जगत का विचार करने के लिए एकत्रित हुए हैं । वैश्विक परिस्थिति, व्यवस्था, समस्याएं एवं उनके समाधान की चर्चा करते समय हमें धार्मिक एवं आध्यात्मिक स्तर पर चिंतन करना आवश्यक है ।

देवताओं का अनादर करनेवाली चलचित्र (फिल्में)न बनें; इसके लिए प्रयास करेंगे !

वास्तव में सरकार को हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करनेवाले फिल्मों पर स्वयं ही प्रतिबंध लगा देना चाहिए । उसके लिए सीधे शंकराचार्याें को प्रधानता लेने की स्थिति न आए । अब तो सरकार इस बोर्ड को आधिकारिक श्रेणी प्रदान कर धर्महानि रोकने के शंकराचार्याें के कार्य में सहायता करे, यही हिन्दुओं की भावना है !

पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री के समर्थन में ५० सहस्र साधु-संत  रास्ते (सड़क) पर उतरेंगे  !

कोई भी संस्था पंडित धीरेंद्र शास्त्री इन पर आरोप करती होगी एवं इनकी प्रतिष्ठा में बाधा लाती होगी तो उनके विरोध में ५० सहस्त्र साधु- संत रास्ते (सडक) पर उतरेंगे।

कर्नाटक के प्रसिद्ध श्री सिद्धेश्वर स्वामी का देहत्याग

कर्नाटक के प्रसिद्ध जननयोगाश्रम के श्री सिद्धेश्वर स्वामी ने २ जनवरी के दिन देहत्याग किया । वे ८१ वर्ष के थे । वे पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थे । स्वामी ‘वॉकिंग गॉड’ (चलता हुआ ईश्वर) के रुप में अपने भक्तों में प्रसिद्ध थे ।

प्रभु श्रीराम से प्रेरणा लेकर समाज के प्रत्येक घटक को जोडने का काम करना चाहिए ! – प.पू. सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत

प्रभु श्रीराम ने हमेशा ही सामाजिक एकता का मार्ग आचरण में लाया । श्रीराम ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत को एकत्र रखने का काम किया । उन्होंने समाज के प्रत्येक घटक को जोडने का प्रयास किया ।

छत्तीसगढ में साधु-संतों को दिए जाएंगे पहचानपत्र !

छत्तीसगढ राज्य में साधु-संतों के लिए अब पहचानपत्र बनाए जाएंगे । इसके माध्यम से साधुओं का वेश धारण कर की जाने वाली धोखाधडी को रोका जाएगा । अखिल भारतीय संत समिति ने इस संबंध में निर्णय लिया है ।