इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने छात्रों से वास्तविक इतिहास छुपाया ! – डॉ. एस.एल. भैरप्पा, ज्येष्ठ साहित्यकार

पाठ्यक्रम से भारत का विकृत इतिहास सिखाकर कांग्रेस ने युवा पीढी की अपरिमित हानि की है । उसकी भरपाई करने के लिए भाजपा सरकार, भारत के बुद्धीजीवी एवं विचारवानों को बडे स्तर पर प्रयास करना आवश्यक !

बंगलुरू के विद्यालयों में विद्यार्थियों के बैग में मिले निरोध, गर्भनिरोधक गोलियां और सिगरेट !

बच्चों पर संस्कार करने के लिए अभिभावक उनको विद्यालय में भेजते हैं; लेकिन वे वहां क्या करते हैं, यह इस घटना से ध्यान में आता है । घर, विद्यालय और समाज में बच्चों पर योग्य संस्कार होने के लिए प्रयास करने के लिए वहां वैसा वातावरण भी निर्माण करने की आवश्यकता है !

केरल की इस्लामी संस्था में पढाई जाती है गीता और उपनिषद !

यदि कट्टर मुसलमान अब इस इस्लामी संस्था के प्रशंसनीय पाठ्यक्रम पर हमला करना शुरू कर दें तो चौंकिए मत !

कर्नाटक के विद्यालय और महाविद्यालयों में श्री गणेचतुर्थी मनाने के लिए शिक्षामंत्री का आवाहन

मुसलमान संगठनों की ओर से टिप्पणी की जा रही है तथा उन्होंने ऐसा प्रश्न पूछा है कि, ‘मुसलमान छात्राओं को विद्यालय और महाविद्यालय परिसर में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाया जाता है; तो श्री गणेशचतुर्थी मनाने की अनुमति क्यों दी जाती है ?’

धर्मापुरी (तमिलनाडु) में सरकारी विद्यालय की मुख्याध्यापिका ने ईसाई होने का बताकर तिरंगा फहराने से मना किया !

देश के एक भी हिन्दू ने अभी तक कभी भी हिन्दू होने का बताकर तिरंगा फहराने से और उसे वंदन करने से मना किया है क्या ? परंतु अन्य धर्मियों के द्वारा अनेकों बार विरोध करने के साथ ही साथ इसका अनादर भी किया गया है और अभी भी जारी है ।

पाठ्यपुस्तक में भारत के तेजस्वी इतिहास का समावेश करने का ठराव हिन्दू राष्ट्र संसद में एकमत से संमत !

मुगलों ने हिन्दुओं पर जो अत्याचार किए, उसका इतिहास विद्यालयीन पाठ्यक्रम में सिखाया जाना चाहिए । छत्रपति शिवाजी महाराज ने किस प्रकार से अफजल खान का वध किया और शाहिस्ते खान की उंगलियां काट दीं, यह हिन्दुओं के पराक्रम का इतिहास युवा पीढी को सिखाया जाना चाहिए ।

विद्यालयों में भगवद्गीता न सिखाई न जाए, इसलिए ‘जमियत-उलेमा-ए-हिन्द’ द्वारा गुजरात उच्च न्यायालय में याचिका !

गढवा (झारखंड) के एक विद्यालय में ७५ प्रतिशत मुसलमान विद्यार्थी हैं । इसलिए पाठशाला में इस्लामी नियम लागू करने के लिए मुसलमानों ने प्रधानाध्यापक पर दबाव डाला, तथा विद्यार्थियों को हाथ जोडकर प्रार्थना करने से रोका । क्या ‘जमियत-उलेमा-ए-हिन्द’ ने कभी इसके विरुद्ध याचिका प्रविष्ट की है ?

केरल के सरकारी वैद्यकीय महाविद्यालय में इस्लामी गुट द्वारा ‘तालिबानी’ पद्धतिनुसार बैठक का आयोजन

लडकों एवं लडकियों के बीच डाला पर्दा सामाजिक माध्यमों द्वारा टीका-टिप्पणी थ्रिशूर (केरल) – अफगानिस्तान के तालिबान समान यहां के ‘विस्डम’ नामक संगठन ने इस्लामी संगठन के धर्मोपदेशक अब्दुल्ला बसिल के एक इस्लामी गुट ने यहां के सरकारी वैद्यकीय महाविद्यालय में आयोजित की हुई बैठक में ‘तालिबानी पद्धति’ अनुसार लडके एवं लडकियों के बीच पर्दा … Read more

‘मदरसा’ शब्द का अस्तित्व अब समाप्त होना चाहिए ! – असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

भाजपा शासित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी ऐसी ठोस भूमिका लेकर सच्चे अर्थ से विकास करना चाहिए !