भोपाल में मुसलमान बहुल भाग से जानेवाली हनुमान जयंती की शोभायात्रा की अनुमति को पुलिस ने नकारा !

हिन्दुओं की शोभायात्रा के कारण नहीं, अपितु धर्मांधों के कारण दंगे होते है ! यह स्पष्ट होने पर, नियम मुसलमान भागों के मस्जिदों पर नहीं, अपितु हिन्दुओं की शोभायात्रा पर लगाए जाते हैं; यह हिन्दुओं को लज्जास्पद !

कश्मीर में आतंकी द्वारा बीजेपी समर्थक निर्दलीय सरपंच की हत्या !

कश्मीर में जिहादी आतंकवाद को नष्ट करने के लिए पाकिस्तान को नष्ट करें !

अन्वेषण में यह जानकारी प्राप्त हुई है, कि खंभात (गुजरात) में श्री रामनवमी की शोभायात्रा पर आक्रमण करने के लिए, विदेश में षड्यंत्र रचा गया था !

जब धर्मांध कट्टरपंथियों द्वारा इतनी तैयारी की जा रही थी, तब  पुलिस और गुप्तचर संस्थाऒं को इस षड्यंत्र की  जानकारी क्यों नहीं मिली? हिन्दुओं की अपेक्षा  है कि गुजरात में बीजेपी का शासन होते हुए  ऐसी कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए !

फतेहपुर (उत्तरप्रदेश) की चर्च में प्रार्थनासभा के नाम पर हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन करने का षड्यंत्र हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों द्वारा निरस्त !

ऐसे चर्च को ताला लगाकर, उसे सरकार द्वारा नियंत्रण में लेना चाहिए और संबंधितों को कठोर दंड मिलने के लिए प्रयास करने चाहिए !

पी.एफ.आइ. ‘सिमी’ का दूसरा रूप है, अन्वेषण तंत्र का विवरण !

एक आतंकवादी संगठन प्रतिबंधित करने से, वही आतंकवादी अन्य नाम से संगठन का आरंभ कर आतंकवादी गतिविधियां जारी रखते हैं ! इसलिए सरकार को आतंकवादी संगठनों के साथ आतंकवादियों को भी नष्ट करना आवश्यक है !

अलीगढ में मस्जिदों के सामने ध्वनिक्षेपक पर सुनाई जा रही है हनुमान चालीसा !

अलीगढ में युवा क्रांति मंच के कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में ध्वनिक्षेपक पर हनुमान चालीसा का पठन किया । इस मंच का कहना है कि ‘इससे पूर्व ही हमने प्रशासन को मस्जिदों पर स्थित भोंपू निकालने के लिए निवेदन दिया था; परंतु इस पर कोई निर्णय न होने से ही हमने हनुमान चालीसा का पठन किया ।’

देहली दंगों पर आधारित, अब ‘द देहली फाइल्स’ फिल्म बनाएंगे विवेक अग्निहोत्री !

‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने कहा है, कि वह अब साल २०२० में दिल्ली में हुए दंगों पर फिल्म बनाएंगे ।

हिन्दू युवती को प्रेम के जाल में फंसाने वाले धर्मांध कट्टरपंथी के घर में नागरिकों ने लगाई आग !

चूंकि पुलिस कट्टरपंथियों के विरुद्ध कडी कार्रवाई नहीं कर रही थी । ऐसे में यदि नागरिक कानून अपने हाथ में ले रहे हैं, तो इस पर विचार किया जाना चाहिए !

असम के अनेक जिलों में हिन्दू ही अल्पसंख्यक बन गए हैं ! – मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

जिन जिलों में ‘हिन्दू बहुसंख्यक’ नहीं हैं, न्यूनतम उन जिलों में तो हिन्दुओं को ‘अल्पसंख्यक’ घोषित किया जाए । असम में ऐसे अनेक जिले हैं, जहां हिन्दू अल्पसंख्यक हैं । उनमें भी कुछ जिलों में हिन्दुओं की संख्या ५ सहस्र से भी अल्प है और वहां मुसलमान बहुसंख्यक हैं ।

‘हलाल मांस’ एक ‘आर्थिक जिहाद’ !

हिन्दू जनजागृति समिति सहित अन्य हिन्दुत्वनिष्ठों ने भी ‘हलाल’ पद्धति के विषय में जनजागरण किया है । तभी यदि सरकार इस प्रकार की व्यापक जांच करती, तो ऐसी बातों पर लगाम लग सकती थी ! सरकार अब तो इसकी जांच कर जनता के सामने सच्चाई लाए, यही हिन्दुओं की अपेक्षा है !