उदयपुर में हुई घटना के लिए उत्तरदायी  हैं नूपुर शर्मा ! – उच्चतम न्यायालय

हिन्दू विरोधी चित्रकार एम.एफ. हुसैन द्वारा हिन्दू देवी-देवताओं की अश्लील और नग्न चित्र  चित्रित किए जाने के उपरांत  देश भर में १२,००  शिकायतें प्रविष्ट की गईं, जबकि ५ स्थानों  पर अपराध प्रविष्ट  किए गए। जनता यह नहीं भूली है कि उस समय  देहली में याचिकाओं की संयुक्त सुनवाई हुई थी !

कन्हैयालाल के समर्थन में कर्नाटक के हिन्दुओं का आंदोलन

उदयपुर, राजस्थान के कन्हैयालाल तेली की हत्या के निषेध में कर्नाटक के हिन्दू दुकानदारों ने ३० जून को मैसुरू में आंदोलन किया । उस समय उन्होंने हाथ में फलक भी पकडे थे ।

नाबालिग लडकी को ‘आई लव यू’ कहने पर आरोपी को १ वर्ष का दंड !

वर्ष २०१५ की घटना का वर्ष २०२२ में निर्णय !
विलंब से मिलने वाला न्याय अन्याय ही है; जनता को ऐसा ही लगेगा !

हत्यारों को एक माह के अंदर फांसी होनी चाहिए, इसके लिए केंद्र सरकार से चर्चा करेंगे ! – गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिहादियों द्वारा सिर काटे गए कन्हैयालाल के परिवार से ३० जून को उनके घर जाकर भेंट की । कन्हैयालाल को श्रंद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस घटना की जांच आरंभ कर दी है ।

बिहार विधानसभा में ‘वन्दे मातरम्’ के समय विधायक सऊद आलम ने खडे रहने से मना किया !

भारत के अधिकांश मुसलमान ‘वन्दे मातरम्’ के विरोधी हैं, यह विश्वविदित है । इसलिए सऊद आलम ने खडे रहने से मना किया, यह ध्यान में आता है । ऐसे लोगों को उनके धर्म के ५७ देशों में चले जाने को यदि कोई कहे, तो इसमें क्या आश्चर्य ?

बंदी बनाते समय पुलिस आरोपी को हथकड़ी नहीं लगा सकती ! – कर्नाटक उच्च न्यायालय

कर्नाटक उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है कि पुलिस किसी भी आरोपी को बंदी बनाते समय उसे हथकडी नहीं लगा सकती।

पुरी में विश्व प्रसिद्ध भगवान श्री जगन्नाथ रथयात्रा का  १ जुलाई से शुभारंभ !

विश्व प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ मंदिर की वार्षिक रथ यात्रा १ जुलाई अर्थात आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया से प्रारंभ  होगी। जगन्नाथ पुरी मंदिर भारत के अति प्राचीन एवं  पवित्र चार धाम मंदिरों में से एक है।

हिन्दू विरोधी ‘पूजास्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम’ निरस्त करें ! – एकमत से प्रस्ताव पारित

हिन्दुओं के मूलभूत अधिकारों का हनन करनेवाला ‘प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991’ कानून तत्काल निरस्त कर काशी, मथुरा, ताजमहल, भोजशाला आदि मुगल आक्रमणकारियों द्वारा हडपे गए सहस्र मंदिर और भूमि हिन्दुओं के नियंत्रण में दी जाए, इस प्रस्ताव को सभी हिन्दुत्वनिष्ठों ने पारित किया ।

वर्ष २०२५ में हिन्दू राष्ट्र स्थापना होने हेतु आज से ही सक्रिय हों ! – सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

वाराणसी के नंदी आज भी भगवान काशी विश्‍वेश्‍वर की ओर नहीं, अपितु ज्ञानव्यापी मस्जिद की ओर मुंह करके मूल मंदिर के भग्नावशेष देख रहे हैं ! वर्तमान में काशी-मथुरा, कुतुबमिनार, अजमेर में ‘ढाई दिन का झोपडा’ अर्थात ‘श्री सरस्वती मंदिर’, इन मंदिरों के विषय में आज चर्चा आरंभ हुई है; तब भी इनके अतिरिक्त १ सहस्र ५६० प्राचीन हिन्दू मंदिरों पर हुआ इस्लामी अतिक्रमण उसी स्थिति में हैं ।

हिन्दू बहुल भारत में हिन्दुओं के साथ होता है ‘द्वितीय श्रेणी के नागरिक’ समान व्यवहार ! – एम्. नागेश्वर राव, पूर्व प्रभारी महानिदेशक, सीबीआई

‘भारत में हिन्दू धर्म का पालन, अध्ययन और प्रचार की स्वतंत्रता का अभाव’ विषय पर बोलते हुए केंद्रीय अन्वेषण विभाग के (सीबीआई) के पूर्व महानिदेशक श्री. एम्. नागेश्वर राव ने कहा, ‘‘संविधान के अनुसार मिलनेवाले ५ अधिकारों में से हिन्दुओं को केवल राजनीतिक अधिकार ही मिले हैं