हरदोई (उत्तरप्रदेश) में धर्मांधों ने ३ मीटर तक तटबंध तोडा !

इससे पहले असम में धर्मांधों द्वारा बांध तोडने के कारण आई बाढ से १ लाख लोग प्रभावित हुए थे । अब वैसी ही घटनाएं देश में अन्यत्र करने के लिए धर्मांध प्रयत्न कर रहे हैं । यह भविष्य में आनेवाले बडे संकट की चेतावनी है । इस विषय में देश के निधर्मीवादी क्या मुंह खोलेंगे ?

बरेली (उत्तर प्रदेश) में ४ धर्मांध कट्टर मुसलमानों ने १२ वर्ष की हिन्दू लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया।

ऐसे कट्टर धर्मांध बलात्कारियों के लिए कोई शरिया (इस्लामी) कानून के अनुसार कडे दंड की यदि  मांग करे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए !

उदयपुर में कन्हैयालाल समान ही २ अन्य हिन्दू व्यापारियों को जान से मारने की कट्टरपंथियों की धमकी 

राजस्थान की कांग्रेस सरकार द्वारा मुसलमानों की चाटुकारिता (चापलूसी) होते रहने के कारण कट्टरपंथियों को खुली छूट है एवं वे हिन्दुओं को इसीप्रकार धमकियां देते रहेंगे, यह स्पष्ट है !

जयपुर में लव जिहाद : हिन्दू युवती से ‘निकाह’ करने पर मिलते हैं २५ लाख रुपए !

युवती से निकाह के विरोध पर पिता एवं युवती के शिरच्छेद की कट्टरपंथियों की धमकी !

नगर पालिका के दल पर धर्मांधों द्वारा प्राणघातक आक्रमण : भाजपा के नेता घायल !

उत्तरप्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए भी धर्मांध भाजपा के नेता पर ही आक्रमण करने का दुस्साहस कैसे करते हैं ?

धर्मांधों द्वारा पथराव के लिए ५०० से १ सहस्र रुपए, जबकि पेट्रोल बम फेंकनेवाले को ५ सहस्र रुपए दिए गए थे 

धर्मांधों को किन लोगों से पैसे प्राप्त हुए थे, इसकी भी छानबीन होनी चाहिए !

उदयपुर (राजस्थान) में मुसलमानों द्वारा एक हिन्दू का शिरच्छेद

मुसलमानों को भीड द्वारा मारे जाने पर हिन्दुओं को असहिष्णु कहनेवाले धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी अब कहां हैं ? ऐसी घटनाओं का होना हिन्दू राष्ट्र के निर्माण को अपरिहार्य बना देता है !

अमरावती के वैद्यकीय व्यावसायिक की निर्मम हत्या के संबंध में ६ कट्टरपंथियों को पकडा

हत्याकांड के कट्टरपंथियों को शरीयत कानून के अंतर्गत हाथ-पैर तोडने की या भरे चौक में बांधकर उनपर पत्थर फेंकने की सजा की कोई मांग करे, तो आश्चर्य न होगा !

दंगों के अपराधियों की गिरफ्तारी !

जब हिन्दुओं और हिन्दुत्व के लिए प्रतिकूल समय था, तब अनेक राष्ट्रविरोधी शक्तियों ने उसमें अपने हाथ धो लिए । अब उसका दंड भुगतने का समय आ गया है; क्योंकि आज के समय में हिन्दुओं, हिन्दुत्व और हिन्दू राष्ट्र के लिए अनुकूल समय बडी तीव्र गति से आ रहा है ।

वर्ष २०४७ तक भारत को ‘इस्लामी राष्ट्र’ बनाने का षड्यंत्र उजागर !

हिन्दुओ ने ‘संविधानात्मक दृष्टि से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करेंगे’, ऐसा उद्घोष करनेपर उसका विरोध करनेवाली धर्मनिरपेक्षतावादियों की टोली अब मौन क्यों ? हिन्दुओं को वैध मार्ग से ऐसे लोगों को प्रश्न पूछना चाहिए !