कन्हैया लाल की हत्या करने में पडोस के मुसलमानों ने सहायता की !
इससे स्पष्ट होता है कि हिन्दुओं के वास्तविक शत्रु कौन हैं तथा हिन्दुओं को कितना सतर्क रहना चाहिए !
इससे स्पष्ट होता है कि हिन्दुओं के वास्तविक शत्रु कौन हैं तथा हिन्दुओं को कितना सतर्क रहना चाहिए !
ईशनिंदा प्रकरण के आरोपी वारिस ईसा से प्रतिशोध लेने के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की हिंसक भीड ने ११ फरवरी को पुलिस थाने पर आक्रमण किया । इसके उपरांत इस भीड ने आरोपी को निर्वस्त्र कर अमानवीय तरीके से पिटाई कर उसकी हत्या कर दी ।
मौलाना मदनी का भाषण चलते समय ही जैन मुनि लोकेश ने उनके वक्तव्य पर तीव्र आपत्ति दर्शाई है । ‘यह अधिवेशन लोगों को जोडने के लिए आयोजित किया गया है । इसलिए ऐसे वक्तव्य की कोई भी उपयुक्तता नहीं है’, ऐसा कहते हुए वे मंच से नीचे उतर गए उनके साथ अन्य धर्मों के संत भी मंच से नीचे उतर आए ।
रेलवे प्रशासन कभी चर्च और मस्जिद को इस प्रकार नोटिस भेजकर उसके अनुसार कार्यवाही करता है क्या ?
हिन्दू विरोधी विधान कर समाज में घृणा फैलाने वाले मौर्य पर अभी तक कार्यवाही होना आवश्यक था !
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एन्.आय.ए.) ने यहां से ‘अलकायदा’ के आतंकवादी आरिफ को बंदी बनाया है । वह इंटरनेट के माध्यम से विगत २ वर्षों से अलकायदा के आतंकवादियों के संपर्क में था । यह बेंगलुरु में ही सॉफ्टवेअर अभियंता के रूप में कार्यरत था ।
ऐसे लोगों को तुरंत बंदी बना कर आजीवन कारावास का दंड देना चाहिए !
स्वयं के धर्मबंधुओं को सतानेवाले मुसलमान हिन्दुओं के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे ?, इसका विचार न करें, तो ही अच्छा !
धर्मांध मुसलमान कहीं भी होंगे, वे धर्म के नाम पर एक-दूसरे की सहायता करने का प्रयास करते हैं, यह ध्यान में लें !
दंगों में सहभागी हुए धर्मांधों को हथियार उपलब्ध कराने के लिए एक वॉट्सएप समूह बनाया गया था । इस प्रकरण में खिजर, जमशेद और नौखेज को बंदी बनाया गया है । इस समूह का प्रमुख बाबू वसीम फरार है ।