अहिल्यानगर के कनीफनाथ मंदिर की ४० एकड़ भूमि पर वक्फ बोर्ड का दावा!
कैसे कट्टरपंथी एवं वक्फ बोर्ड हिन्दू मंदिरों की भूमि निगल रहे हैं ? यही इससे दिख रहा है । हिन्दुओं को एकजुट होकर सरकार से वक्फ बोर्ड पर कार्यवाही करवाने का प्रयास करना होगा !
कैसे कट्टरपंथी एवं वक्फ बोर्ड हिन्दू मंदिरों की भूमि निगल रहे हैं ? यही इससे दिख रहा है । हिन्दुओं को एकजुट होकर सरकार से वक्फ बोर्ड पर कार्यवाही करवाने का प्रयास करना होगा !
एक संत को ऐसी मांग करनी पडती है, अर्थात परिस्थिति गंभीर है । राज्य तथा केंद्र में भाजपा की सरकार होने से इस प्रकरण में गंभीरता से उचित निर्णय लेने की आवश्यकता है, अन्यथा हिंदुओं के धार्मिक स्थल पर बांग्लादेश समान परिस्थिति उत्पन्न होने की संभावना है !
मुसलमानों में हिन्दू मंदिर के परिसर में आकर प्रार्थना करने का साहस है, क्या हिन्दुओं में मस्जिद में जप करने का साहस हो सकता है ? मुसलमान सुरक्षित हैं क्योंकि हिन्दू सहिष्णु हैं, जबकि कट्टरपंथी हिंसक हैं, इसलिए हिन्दू भयभीत होते हैं !
बांग्लादेश के हिन्दुओं को बोध हुआ है कि स्वरक्षा के लिए, स्वयं को संगठित करना आवश्यक है ।
बांग्लादेश तथा पाकिस्तान में हिंदुओं पर जिस प्रकार आक्रमण होते हैं, वैसे ही आक्रमण भारत के राजस्थान में भाजपा की सरकार रहते हुए हिंदुओं पर तथा वह भी भाजपा के ही सदस्य पर होना हिंदुओं को अपेक्षित नहीं !
हिन्दुओं का ऐसा कहना है कि सरकारी भूमि पर अवैध रूप से मस्जिद का निर्माणकार्य किया गया है ; परंतु जिला प्रशासन का कहना है कि मस्जिद पुरानी है एवं मुसलमान समाज के लोगों की भूमि पर बांधी गई है ।
हमने बार-बार बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यक हिन्दुओं की रक्षा के लिए अनुरोध किया, किंतु कोई लाभ नहीं हुआ। यदि इसे रोका नहीं गया तो बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दू जातीय रूप से विखंडित हो जायेंगे।
धर्मांध मुसलमानों की कथित धर्मभावनाएं आहत होनेपर वे सीधा ही कानून हाथ में लेते हैं । इसके विपरीत हिन्दू वैध (कानूनी) मार्ग से न्याय पाने के लिए प्रयास करते हैं । तब भी हिन्दुओं को ‘असहिष्णु’ कहकर लज्जित किया जाता है, यह संतापजनक (क्रुद्ध) !
यह पाकिस्तान और बांग्लादेश नहीं, बल्कि भारत में और वह भी उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार होने के पश्चात भी धर्मांध मुसलमान ऐसा साहस कर सकते हैं, इससे पता चलता है कि वे कितने उद्दंड हैं और हिंदुओं की स्थिति कितनी दयनीय है।
केवल घर गिरा कर न रुकें, ऐसे घर दोबारा न बनें इसके लिए सरकार प्रयत्न करे ! इसी प्रकार अन्य अतिक्रमण भी हटाए !