Retired Brigadier Of Pakistan Killed : पाकिस्तानी सेना के निवृत्त ब्रिगेडियर की अज्ञातों द्वारा हत्या

कश्मीर के सुंजवान स्थित सैनिकी अड्डे पर हुए आतंकवादी आक्रमण का था मुख्य सूत्रधार !

Canada Parliament Tribute Nijjar : संसद में खलिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंग निज्जर को अर्पित की श्रद्धांजलि !

कनाडा की ट्रुडो सरकार खलिस्तानी समर्थक सिख सांसदों के समर्थन पर चलती है, इसलिए कनाडा से ऐसे कृत्य होते ही रहेंगे, इसका आश्चर्य नहीं लगना चाहिए !

Gangster Lawrence Bishnoi : कुख्यात गुंडे लॉरेंस बिष्णोई ने कारागृह से पाकिस्तान के कुख्यात गुंडे को किया वीडियो कॉल !

इस वीडियो कॉल में लॉरेंस ने भट्टी को बकरी ईद की शुभकामनाएं दी ।

Ranchi Cow Slaughtered On Eid : रांची (झारखंड) में बकरी ईद के दिन मुस्लिमों द्वारा खुलेआम गोहत्या

वीडियो प्रसारित होने पर पुलिस द्वारा नोट किया गया !

भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता ने अमेरिकी न्यायालय के समक्ष आरोपों का खण्डन किया !

अमेरिका ने आरोप लगाया है कि ‘गुप्ता ने गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने के लिए एक हत्यारे को काम पर रखा और उसे १५ हजार डॉलर अग्रिम भुगतान किया ‘; लेकिन गुप्ता ने इस आरोप का खण्डन किया है

SC Warns NTA : यदि किसी को ०.०१ प्रतिशत की त्रुटि मिली तो हम कडी कार्रवाई करेंगे!

‘नीट ‘ प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट ने एन.टी. ए. को दी चेतावनी!

नमाजपठन के समय शिवमंदिर के कार्यक्रम से भोपूं की आवाज आने पर मुस्लिमों ने किया विरोध !

नमाजपठन के समय मंदिर के भोपूं से आवाज सहन न करनेवाले प्रतिदिन ५ बार मस्जिद के भोपूं से सुनाई जानेवाली अजान के कारण हिन्दुओं को कितना सहना पडता है, क्या इसका विचार करेंगे ?

श्रीराम मंदिर के उपरांत अब ‘हिन्दू राष्ट्र’ के लिए संगठित प्रयत्न आवश्यक ! – राजन बुणगे, हिन्दू जनजागृति समिति

गोवा में २४ जून से आरंभ होनेवाले ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में सोलापुर (महाराष्ट्र) के हिन्दुत्वनिष्ठ भी सहभागी होंगे

NOTA vote in loksabha Election 2024 : वर्ष २०२४ के लोकसभा चुनाव में ६७ लाख ८८ सहस्र ४९२ मतदाताओं ने चुना नोटा का विकल्प !

भारत में ६७ लाख से अधिक मतदाताओं द्वारा ‘नोटा’ का विकल्प चुनना, इसका अर्थ ऐसा ही है कि उम्मीदवार अपात्र है, ऐसा इतनी बडी मात्रा में मतदाताओं को लगा। राजनीतिक दल क्या इसपर गंभीरता से विचार करेंगे ?

विशालगढ में ‘बकरी ईद’ के दिन किसी पशु की बलि नहीं दी गई !

हिन्दुओं के दबाव तथा प्रशासन के कडे निर्णय के कारण विशालगढ में ‘बकरी ईद’ पर किसी जानवर की बलि नहीं दी गई। इसलिए किले की पवित्रता बनी रही।