खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के षड्यंत्र का प्रकरण !
न्यूयॉर्क – पिछले वर्ष खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या का षड्यंत्र रचने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को अमेरिका में बंदी बनाया गया था। १७ जून को जब गुप्ता को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया तो उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खण्डन किया और कहा कि वह निर्दोष हैं । निखिल गुप्ता को १४ जून को चेक गणराज्य से अमेरिका लाया गया था। निखिल गुप्ता को न्यूयॉर्क में खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के षड्यंत्र के आरोप में अमेरिकी सरकार के अनुरोध पर चेक गणराज्य द्वारा बंदी बनाया गया था। गुरपतवंत सिंह पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा दोनों देशो की नागरिकता है। अधिवक्ता जेफरी चाब्रोवे ने न्यायालय में निखिल गुप्ता का प्रतिनिधित्व किया।
१. निखिल गुप्ता ने पहले चेक गणराज्य की एक न्यायालय में एक याचिका प्रविष्ट की थी जिसमें अनुरोध किया गया था कि उसे अमेरिका में प्रत्यर्पित न किया जाए; किंतु न्यायालय ने निखिल गुप्ता की याचिका स्वीकार नही की ।
२. अमेरिका ने निखिल गुप्ता पर अज्ञात भारतीय सरकारी अधिकारियों के आदेश पर काम करने का आरोप लगाया है।
३. भारत सरकार को भी अमेरिका के सभी आरोप अमान्य है । विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि इस मामले से भारत का कोई सरोकार नहीं है; यद्यपि इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच आरंभ कर दी गई है ।
४. अमेरिका ने आरोप लगाया है कि ‘गुप्ता ने गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने के लिए एक जीवघाती (हत्यारे) को काम पर रखा और उसे १५ हजार डॉलर अग्रिम भुगतान किया ‘; लेकिन गुप्ता ने इस आरोप का खण्डन किया है ।