देश की सुरक्षा के लिए अन्यों पर निर्भर नहीं रह सकते ! – सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे
भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा कि, देश की सुरक्षा ‘आऊटसोर्स’ (बाहर से सेवा लेना) नहीं की जा सकती अथवा यह अन्यों की उदारता पर निर्भर नहीं हो सकती ।
भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा कि, देश की सुरक्षा ‘आऊटसोर्स’ (बाहर से सेवा लेना) नहीं की जा सकती अथवा यह अन्यों की उदारता पर निर्भर नहीं हो सकती ।
देश में अल्पसंख्यक होने वाले बलात्कार जैसे अपराधों में है बहुसंख्यक ! ऐसों को शरीयत कानून के अनुसार हाथ-पैर तोडकर कमर तक गहरे गड्ढे में गाडकर उन्हें पत्थर मारकर जान से मारने का दंड देने की किसी ने मांग की, तो आश्चर्य न लगे !
ज्ञानवापी में सर्वेक्षण का निर्णय घोषित करनेवाले न्यायमूर्ति रवि कुमार दिवाकर को विदेश से धमकी के दूरध्वनि आ रहे हैं । न्यायमूर्ति ने कहा, ‘पिछले २० से २४ दिनों में मुझे १४० ‘कोड नंबर’ से अनेक बार धमकी के दूरध्वनि आए हैं ।
अधिवक्ताओं ने कलकत्ता उच्च न्यायालय से ममता बॅनर्जी के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया।
संघ १०० वर्ष पूर्ण होने का उत्सव मनाने और कुछ गतिविधियां चलाने नहीं आया है । संघ समाज को बदलना चाहता है और मानता है कि समाज की जीत धन प्राप्ति से नहीं, बल्कि धर्म की कसौटी पर मापी जानी चाहिए।
अचानक इस प्रकार के आरोपों के लगने का कारण भारतविरोधी नीति को नकारा नहीं जा सकता । ५२७ भारतीय उत्पादों में कर्करोग के लिए कारणीभूत घटक होते, तो भारत में कर्क रोगियों की लंबी लाइनें लग गई होतीं ।
जो मुसलमान मस्जिद के सामने से शादी की बारात का जाना सह नहीं सकते तो उनकी दिनमें ५ बार लाउडस्पीकर से पढ़ी जाने वाली नमाज की आवाज हिंदू क्यों बर्दाश्त करें ?
भारत के इतिहास में ऐसा कानून कभी नहीं था और कभी हो भी नहीं सकता । भारत की जनता कहेगी कि यदि यह कानून करना ही होगा, तो राजनेताओं के लिए ही करना चाहिए !
देश में मुसलमान नहीं, किंतु हिन्दू और उनकी बेटियां ही असुरक्षित हैं, यही बात यह घटना दर्शाती है ! इसपर पाखंडी निधर्मीवादी कुछ नहीं बोलेंगे, यह समझ लें !
इससे विदित होता है कि बहुसंख्यक हिन्दुओं के कर से प्राप्त अधिकांश धन अल्पसंख्यकों को सुविधाएं प्रदान करने पर व्यय होता है। यह धन व सुविधाएं प्राप्त करने वाले अधिकांश अल्पसंख्यक धर्मांध कट्टरपंथी मुसलमान विभिन्न प्रकार के जिहाद और राष्ट्र-विरोधी कृत्यों में लिप्त हैं।