केरल में वक्फ बोर्ड के विरोध में ‘सिरो मालाबार चर्च’ का विरोध प्रदर्शन!
अब यह आवश्यक हो गया है कि केरल के गिरजाघरों की तरह हिन्दुओं के सभी संगठन एक साथ आएं और वक्फ अधिनियम को पूर्ण रूप से समाप्त करने के लिए संगठित हों !
अब यह आवश्यक हो गया है कि केरल के गिरजाघरों की तरह हिन्दुओं के सभी संगठन एक साथ आएं और वक्फ अधिनियम को पूर्ण रूप से समाप्त करने के लिए संगठित हों !
घुसपैठियों का घुसपैठ करने का साहस ही नहीं होगा, सरकार को ऐसी कठोर कृति करनी चाहिए !
एयर इंडिया ही क्यों ? इस प्रकार का निर्णय सभी विमानन प्रतिष्ठानों, साथ ही रेलवे, बस आदि जैसी सरकारी परिवहन संस्थाओं में भी किया जाना चाहिए ।
ऐसा आदेश देने के लिए भोपाल भारत में है अथवा पाकिस्तान में ? मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार के रहते ऐसी रोक लगाने का साहस किसी को कैसे होता है ?
महाकुंभ पर्व में सभी समुदायों के प्रवेश का समर्थन करने पर उन्होंने विपक्षी नेताओं की आलोचना की।
जब उत्तराखंड में भाजपा सरकार है तो अवैध मस्जिदों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई के लिए हिन्दुओं को विरोध क्यों करना पड रहा है? सरकार स्वयं कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?
क्या कनाडा में ट्रूडो सरकार उन्हें सज़ा देने की कोशिश करेगी ?
देशभर में कुछ मुट्ठीभर हिन्दुओं और सिखों ने मार्ग पर आकर विरोध प्रदर्शन किया, अन्य हिन्दू क्या करेंगे ?
‘वक्फ बोर्ड’ संशोधन विधेयक लाने की कोई आवश्यकता नहीं है ; क्योंकि संविधान में ‘ वक्फ ‘ शब्द का उल्लेख नहीं है ।
ऐसे मामलों को रोकने के लिए लव जिहाद के दोषियों को फांसी के दंड का प्रावधान होना चाहिए। इसके साथ ही हिंदुओं को धर्मशिक्षा भी दी जानी चाहिए !