१९९६ के चारा घोटाला के ५ वे प्रकरण मे लालूप्रसाद यादव दोषी
२६ वर्षों के पश्चात यदि आरोपी को दोषी ठहराया जा रहा हो, तो क्या इसे न्याय कहा जा सकता है?
२६ वर्षों के पश्चात यदि आरोपी को दोषी ठहराया जा रहा हो, तो क्या इसे न्याय कहा जा सकता है?
हिन्दू राष्ट्र के संविधान में श्रीमद्भगवद्गीता, श्रीरामचरितमानस, मनुस्मृति सहित वेद एवं पुराणों के सूत्रों का भी समावेश होगा । हिन्दू राष्ट्र में गुरुकुल शिक्षा बंधनकारक होगी । इसमें ३ से ८ वर्ष की आयु के लडके एवं लडकियों को शिक्षा लेना बंधनकारक होगा । तदुपरांत ही उन्हें अन्य विद्यालयों में जाने की अनुमति होगी ।
भारत में हिन्दू राष्ट्रवाद नहीं, अपितु ‘इस्लामी राष्ट्रवाद’ गत ७४ वर्षाें से चिंता का विषय बना है ! ‘इस्लामी राष्ट्रवाद’ के कारण ही कश्मीर में हिन्दुओं का वंशसंहार कर, उन्हें वहां से भगा दिया गया, इस विषय में अन्सारी क्यों मुंह नहीं खोलते ?
गुजरात में भाजपा की सरकार होते हुए धर्मांध हिन्दुओं पर आक्रमण करने का दुस्साहस करते हैं, यह हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं ! धर्मांध ईशनिंदा के प्रकरण में सीधे कानून हाथ में लेते हैं, जबकि बहुतांश जन्महिन्दू वैध मार्ग से भी सादा निषेध तक प्रविष्ट नहीं करते !
कर्नाटक के गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि किसी भी शिक्षा संस्था में शिक्षा को धर्म से दूर रखना चाहिए । यहां पढनेवाले विद्यार्थी हिजाब अथवा भगवा उपरना पहनकर न आएं । वे उनके धर्म का पालन करने के लिए विद्यालय में न आएं । विद्यालय ज्ञानमंदिर है तथा यहां शिक्षा ग्रहण करने के उद्देश्य से आना चाहिए ।
गोशाला की ओर से गायों के विषय में इस प्रकार की लापरवाही होती होगी, तो ऐसे संचालकों पर गुनाह प्रविष्ट कर उन्हें कारावास में डालना चाहिए ! साथ ही ऐसा मध्यप्रदेश के अन्य गोशालाओं में तो नहीं होता ? इस ओर देखना चाहिए !
धर्मसंसद में कथितरूप से आपत्तिजनक वक्तव्य देने के आधार पर उत्तराखंड की भाजपा सरकार हिन्दुओं के महंतों और नेताओं को गिरफ्तार कर कारागार में डाल देती है; परंतु पंजाब की कांग्रेस की सरकार हिन्दुओं के विरोध में दंगा कराने के लिए उकसानेवाले वक्तव्य देनेवालों को हाथ भी नहीं लगाती, इसे ध्यान में लीजिए !
देहली एवं एन सी आर में सनातन संस्था द्वारा वसंत पंचमी के उपलक्ष्य में ‘ऑनलाइन विशेष सत्संग एवं सामूहिक नामजप’ का आयोजन किया गया । वसंत पंचमी का महत्त्व, मां सरस्वती की पूजा के साथ ही रथसप्तमी के विषय में जिज्ञासुओं को जानकारी बताई गई ।
सनातन संस्था हमारा ही कार्य कर रही है । इस प्रदर्शनी के स्थान पर आने के उपरांत यहां से जाने की इच्छा नहीं होती । पिछली बार वाराणसी स्थित आपके सेवाकेंद्र में सवेरे आया, तो शाम तक कैसे समय चला गया पता ही नहीं चला । संस्था के कार्य को हमारा सदैव सहयोग रहेगा !
हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा गणतंत्र दिवस अर्थात २६ जनवरी के उपलक्ष्य में ‘राष्ट्रध्वज का सम्मान कीजिए !’ इस विषय पर विशेष ‘ऑनलाइन’ व्याख्यान का आयोजन किया गया था । इस कार्यक्रम में देहली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के कई जिज्ञासु उपस्थित थे ।