मद्रास उच्च न्यायालय के आदेश में बदलाव कर वादी और प्रतिवादी को दी गई आदेश की प्रति !

न्यायालय में भी यदि इस प्रकार धोखा होता होगा, तो जनता को अब किसकी ओर देखना चाहिए ?

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं हिन्दू नेताओं की हत्या का षड्यंत्र उजागर !

जिहादी और अब खालिस्तानी, दोनों ही हिन्दुओं को अपना लक्ष्य बना रहे हैं, ऐसे में हिन्दुओं की रक्षा कौन करेगा ? इस स्थिति में परिवर्तन के लिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना अपरिहार्य है !

भारत में रोहिंग्या मुसलमानों का पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों से संबंध ! – केंद्र सरकार

केंद्र सरकार ने देहली उच्च न्यायालय में प्रविष्ट एक प्रतिज्ञापत्र में कहा है कि भारत में रहनेवाले रोहिंग्या मुसलमान घुसपैठियोें का पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों से संबंध है । बडी संख्या में इन घुसपैठियों की उपस्थिति ने देश में सुरक्षा के लिए गंभीर समस्या निर्माण की है ।

सर्वाेच्च न्यायालय द्वारा दोनों पक्षों के वाद-विवाद के उपरांत निर्णय सुरक्षित रखा गया !

कर्नाटक में पाठशाला तथा महाविद्यालय में हिजाब पहन कर आने पर प्रतिबंध लगाने के कर्नाटक सरकार के निर्णय को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने वैध बताया था । इसके विरुद्ध सर्वाेच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की गई है ।

सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने देहली में मस्जिद में जाकर मुसलमान नेता से भेंट की !

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने देहली में कस्तुरबा गांधी मार्ग पर स्थित मस्जिद का भ्रमण कर ‘ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन’ के प्रमुख डॉ. उमर अहमद इलयासी से भेंट की ।

हमारा देश निश्चित कौन सी दिशा में अग्रसर हो रहा है ? – सर्वोच्च न्यायालय

वृत्तवाहिनियों पर हो रहे चर्चासत्रों द्वारा किए जानेवाले द्वेषपूर्ण एवं विषैले विधानों का प्रकरण

१२ राज्यों में एन.आई.ए. और पी.एफ.आई. के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी, १०६ जन बंदी  !

केंद्रीय जांच संस्थाऒ ने देर से ही सही किन्तु जिहादी संगठन पी.एफ.आई. के विरुद्ध  कार्रवाई का प्रारंभ किया है जो स्वागतार्ह  है। अब केंद्र सरकार को इससे भी आगे बढ़कर इस संगठन पर प्रतिबंध लगाना चाहिए और इसे  समूल नष्ट करना चाहिए, देशभक्त जनता यही सोचती है !

हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव की मृत्यु के पश्चात जिहादियों का जल्लोष !

यदि हिन्दुओं ने ऐसा किया होता, तो सभी धर्मनिरपेक्षतावादी, मानवाधिकारवाले और पुरोगामी हिन्दुओं की आलोचना करते । यहां सभी शांत हैं इसलिए कि जल्लोष करनेवाले ‘एक विशिष्ट समुदाय’ के हैं ।

कुतुबमीनार में पूजा करने की मांग पर 19 अक्टूबर को सुनवाई

जैन तीर्थंकर ऋषभ देव एवं भगवान विष्णु की ओर से अधिवक्ता पू. हरि शंकर जैन एवं रंजना अग्निहोत्री ने कुतुबमीनार परिसर में पूजा करने का अधिकार मांगा है ।

कश्मीरी हिन्दुओं की हत्याओं की जांच की मांग करनेवाली याचिका पर सुनवाई करने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार !

ध्यान दें कि गत 3 दशकों में एक भी शासनकर्ता ने कश्मीरी हिन्दुओं के पलायन और हत्याओं की जांच के बारे में एक भी शब्द नहीं कहा है !