असम में मौलवी के रुप में आतंकवादी छुपे हैं ! – असम के पुलिस महासंचालक भास्कर ज्योति महंता

‘जिहादी आतंकवादियों का धर्म नहीं होता’, ऐसा कहने वाले अब कुछ नही बोलते; कारण उनका झूठ उजागर हो चुका है । हिन्दुओं को और उनके संतों को ‘आतंकवादी’ कहने वाले राजकीय पक्ष समाप्त होने के मार्ग पर हैं, यह ध्यान में लें !

राष्ट्रविरोधी गतिविधियां चलाने वाले मदरसों को गिराया जाएगा !

राष्ट्र के प्रत्येक मुख्यमंत्री से राष्ट्रप्रेमियों की यही अपेक्षा है ! सच कहा जाए तो देश में शिक्षा की व्यवस्था है, तो मदरसों को बंद करना आवश्यक है ! 

असम में अल कायदा के एक और आतंकवादी को बंदी बनाया

आतंकवादियों के अड्डे बने मदरसे उद्ध्वस्त करने वाली असम सरकार का आतंकवाद से ग्रस्त अन्य राज्य सरकारों को भी अनुकरण करना चाहिए, यही राष्ट्राभिमानी जनता की अपेक्षा है !

असम में एक अव्यस्क हिन्दू लडकी पर सामूहिक बलात्कार कर, उसे बांग्लादेश ले जाने वाले धर्मांध कट्टरपंथियों को बंदी बनाया गया

ऐसे वासनांधों को इस्लामी देशों के शरियत नियमानुसार उनकी कमर तक गड्ढे में गाडकर उन पर पत्थर मारने का दंड देने की किसीं ने मांग की तो आश्चर्य न लगे !

असम में अल-कायदा के २ संशयित आतंकवादी बंदी !

असम में गत कुछ दिनों से  आतंकवादी पकडे जा रहे हैं । सीमावर्ती राज्यों में ऐसे आतंकवादी मिलना भारत की सुरक्षा के लिए संकट !

असम में जिहादी गतिविधियां चलानेवाले ७०० मदरसे बंद !

संपूर्ण देश के अनेक मदरसे जिहादियों को आश्रय देनेवाले अड्डे बन चुके हैं, यह अनेक बार प्रमाणित हुआ है । इसलिए अब ऐसे कानून को केवल असम तक सीमित न रखकर केंद्र शासन को उसे राष्ट्रीय स्तर पर बनाने की आवश्यकता है !

यदि मदरसों में अनिष्ट कृति करनेवाले हाथ में आएं, तो सरकार उन पर गोलियों की बौछार करे; किंतु उनके कारण मुसलमानों को अपकीर्त न करें !

ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट’ के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल का वक्तव्य !

भाजपा सांसदों को उनकी पत्नियों से पूछना चाहिए कि, वे रसाईघर कैसे चलाती हैं ?

महंगाई के विषय पर भाजपा सत्ता में आई; लेकिन उनके ८ वर्षों के सत्ताकाल में महंगाई उच्च स्तर पर पहुंची है । जीवनावश्यक वस्तुओं के दाम दुगुने हो गए हैं । इस कारण गरीबों की स्थिति बिगड रही है ।

असम में अभी तक ८०० मदरसे बंद किए ! – मुख्यमंत्री सरमा

अन्य भाजपा शासित राज्यों की सरकारों को भी इसी प्रकार की कार्यवाही करना अपेक्षित !

असम में मुसलमान युवक ने स्वयं को हिन्दू बताकर किया हिन्दू युवती से विवाह : बलपूर्वक गोमांस खाने के लिए भी दबाव

लव जिहाद विरोधी कानून बनाने पर भी ऐसी घटनाएं रूकती नहीं । इससे पुनः स्पष्ट होता है कि ‘धर्मांधों को कायदे-कानून का कोई भय नहीं है । हिन्दू युवतियों का जीवन उध्वस्त करने के लिए अब ऐसे लोगों को सरकार द्वारा दंडस्वरूप फांसी दिलवाने के प्रयत्न करने चाहिए !