असम के मुख्यमंत्री ने ‘शाहरूख खान को पहचानता नहीं हूं’ ऐसा वक्तव्य देने पर खान द्वारा मध्यरात्रि में मुख्यमंत्री को दूरभाष !

पत्रकार परिषद में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देते समय असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने अभिनेता शाहरूख खान के आगामी ‘पठाण’ चलचित्र देखने को स्पष्ट नकारा है । तथा उन्होंने वक्तव्य दिया है कि ‘कौन शाहरूख खान ? मैं उसे नहीं पहचानता ।

असम में बजरंग दल के १६ वर्षीय कार्यकर्ता की मुसलमानों द्वारा हत्या !

असम में भाजपा सरकार के होते हुए ऐसी घटनाएं होना हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं ! असम इस्लामी देश में नहीं, इसका एहसास धर्मांधों को कराने के लिए सरकार को कठोर कदम उठाना आवश्यक है !

असम में १० माह में ५३ जिहादियों को नियंत्रण में लिया गया !

इससे असम को जिहादियों ने कितना खोखला कर दिया है, यह ध्यान में आता है ! यदि सरकार ने ऐसे जिहादियों पर कठोर से कठोर कार्यवाही की, तभी अन्य जिहादियों में भय निर्माण होगा !

असम में मुसलमान बहुसंख्यक गांव के एकमात्र हिन्दू परिवार को निकालने हेतु धर्मांधों ने घर जलाया !

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा द्वारा सुरक्षा प्रदान करने का आदेश !

हिन्दू जनजागृति समिति एवं महाकाल सेना की ओर से वीरयोद्धा लाचित बोरफुकनजी की ४०० वीं जयंती के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन !

पूर्वोत्तर भारत के छत्रपति शिवाजी महाराज कहलानेवाले वीर योद्धा श्री. लाचित बोरफुकनजी की ४०० वीं जयंती के अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति और महाकाल सेना ने संयुक्त रूप से ‘ऑनलाइन’ कार्यक्रम का आयोजन किया था ।

हिन्दू लडकियों की रक्षा के लिए ‘लव जिहाद विरोधी’ कठोर कानून लागू करें ! – हिन्दुत्वनिष्ठों की मांग

मुंबई की हिन्दू युवती श्रद्धा वालकर की हत्या करनेवाले क्रूर आफताब पूनावाला और उत्तर प्रदेश की हिन्दू युवती निधि द्वारा धर्म-परिवर्तन करने से मना करने पर उसे चौथी मंजिल से फेंककर उसकी हत्या करनेवाले सूफियान को फांसी का दंड दिया जाए ।

मुसलमान महिलाएं केवल दो ही बच्चों को जन्म दें ! – असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का आवाहन

असम के मुख्यमंत्री तथा उससे भी आगे जाकर केंद्र सरकार को जनसंख्या पर नियंत्रण लाने के लिए कानूनी पद्धति से ही उपाय करना चाहिए, यही हिन्दुओं की भावना है !

‘ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट’ के अध्यक्ष बद्रुद्दीन अजमल की क्षमायाचना

असम में भाजपा की सरकार है । सरकार को स्वयं ही अजमल के विरोध में हिन्दुओं की भावनाएं दुखी किए जाने पर अपराध प्रविष्ट कर उन्हें कारागृह में डालना चाहिए और कठोर दंड होने तक प्रयास करना चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !

असम में ३ स्वीडिश नागरिकों को ईसाइयों की प्रार्थना सभा से बनाया बंदी !

वीसा नियमों के उल्लंघन करने के आरोप में २ महिलाओं सहित ३ स्वीडिश नागरिकों को पुलिस दल ने हाल ही में नियंत्रण में लिया है । अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्हें बंदी न बनाते हुए शीघ्र ही स्वीडन के राजदूत निवास को सौंप दिया जाएगा ।

डिब्रुगढ (असम) में अज्ञातों द्वारा शिवमंदिर को तोड कर जलाने का प्रयास !

असम में भाजपा की सरकार होते हुए ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए, हिन्दुओं को ऐसा ही प्रतीत होता है !