असम पुलिस ने आतंकवादी आक्रमण का षड्यंत्र किया विफल : मदरसा चालक को बनाया बंदी
देशविघातक कार्रवाईयां करने के लिए अबतक अनेक मदरसों का उपयोग किया जाना उजागर होने के पश्चात भी सरकार ऐसे मदरसों पर क्यों प्रतिबंध नहीं लगाती ?
देशविघातक कार्रवाईयां करने के लिए अबतक अनेक मदरसों का उपयोग किया जाना उजागर होने के पश्चात भी सरकार ऐसे मदरसों पर क्यों प्रतिबंध नहीं लगाती ?
गुवाहाटी उच्च न्यायालय ने असम में सोनारी महानगरपालिका क्षेत्र में गोमांस की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध को चुनौती देनेवाली एक याचिका पर महापालिका को नोटिस जारी की है ।
हिन्दुओं को धर्म की शिक्षा न होने से, ऐसे कृत्य उनके द्वारा किए जाते हैं !
यह ईद के समय क्यों बताना पडता है ? देश में प्रतिदिन सर्वत्र मुसलमान कसाई गोहत्या करते हैं । देश के सभी मुसलमान तथा धार्मिक नेता उसे रोकने का आवाहन क्यों नहीं करते ?
इस प्रकार केवल आवाहन करने से कोई उसका पालन नहीं करेगा । इसके लिए सरमा को अपनी पार्टी की केंद्र सरकार को शीघ्रातिशीघ्र समान नागरी कानून, जनसंख्या नियंत्रण कानून और धर्मांतरण विरुद्ध कानून बनाने के लिए बाध्य करना होगा !
असम सरकार का मत है कि पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई), इन दोनों संगठनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए । असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, ‘‘मुझे आशा और विश्वास है कि भारत सरकार राज्य सरकार की विनती पर योग्य विचार करेगी ।’’
क्या भारत आने से पूर्व, हमारी सरकारी यंत्रणाओं द्वारा उनकी पृष्ठभूमि की जांच नहीं की जाती है ? यदि होती है, तो ऐसे आतंकवादी देश में पहुंचते कैसे हैं ? इस गंभीर सुरक्षा चूक के लिए उत्तरदायी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए !
षड्यंत्रकारी ईसाई, जो अपने धर्मांतरण के लिए हिन्दू संस्कृति एवं परंपराओं का उपयोग करते हैं ! ऐसे लोगों को नियंत्रण में लाने के लिए, संपूर्ण भारत में कठोर धर्मांतरण विरोधी कानून लागू करना तथा ईसाई धर्म प्रचारकों के विरुद्ध कडी कार्रवाई करना आवश्यक है !
धर्माभिमानी हिन्दुओं को लगता है कि केंद्र सरकार को हिन्दू मंदिरों पर इस प्रकार के आक्रमण करने वाले अपराधियों को दंडित करने के लिए विशेष कानून बनाना चाहिए !
नेहरू पाकिस्तान को असम देनेवाले थे, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए यह आरोप लगाया।