होजाई (असम) – पूर्वोत्तर भारत के छत्रपति शिवाजी महाराज कहलानेवाले वीर योद्धा श्री. लाचित बोरफुकनजी की ४०० वीं जयंती के अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति और महाकाल सेना ने संयुक्त रूप से ‘ऑनलाइन’ कार्यक्रम का आयोजन किया था । इस कार्यक्रम में झारखंड, बंगाल, असम एवं मेघालय से अनेक धर्मप्रेमी सहभागी हुए थे । इस कार्यक्रम में हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. नभोनिल कर, महाकाल सेना, होजाई के संस्थापक श्री. मिथुन रॉय, सीता आश्रम की संस्थापिका श्रीमती गीत कामरूपा एवं हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. सुमंतो देबनाथ ने कार्यक्रम में अपने विचार रखे ।
१. श्री. नभोनिलकर – लाचित बोरफुकनजी से युवाओं को सीख लेकर राष्ट्र के लिए उनके जैसा समर्पित भाव हम भी त्याग कर सकते हैं ।’
२. श्री. मिथुन रॉय – ‘लाचितजी का इतिहास बहुत ही गौरवशाली
है । विद्यालयों में बच्चों के पाठ्यक्रम में लाचितजी का पाठ जोडकर सभी विद्यार्थियों को यह सीखना चाहिए ।’
३. श्रीमती गीत कामरूपा – ‘४०० वीं लाचित जयंती के अवसर पर मा. प्रधानमंत्री द्वारा मिली शुभकामनाएं हमारे लिए गौरव की बात है । पूरे देश को इस महान योद्धा के विषय में जानकारी प्राप्त कर उससे प्रेरणा लेनी चाहिए ।’
४. श्री. देबनाथ – लाचित बोरफुकनजी के समान हम सभी को हिन्दू राष्ट्र के लिए कार्य करना आवश्यक है ।