उत्तर प्रदेश के मदरसों में छात्रों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजंस) की शिक्षा दी जाएगी !

मदरसों में राष्ट्रघाती शिक्षा देकर बालकों का बुद्धिभेद किया जाता है । अब तक हुई अनेक घटनाओं से यह स्पष्ट है । ऐसी वास्तविकता होते हुए भी उन्हें कुत्रिम बुद्धिमत्ता की शिक्षा देने से यदि उसका प्रयोग राष्ट्रविघाती गतिविधियों के लिए हुआ, तो इसमें आश्चर्य कैसा ?

भारतीय वैद्यकीय विद्यार्थी अब विदेश में कर सकते हैं रोगियों पर उपचार !

भारतीय विद्यार्थी विदेशी वैद्यकीय शिक्षा और युनायटेड स्टेट्स वैद्यकीय लाइसेन्स परीक्षा की अर्जी कर सकते हैं । उसी प्रकार विदेशी विद्यार्थियों को भी भारत में आकर एम.बी.बी.एस. का अध्ययन करने मिलेगा ।

अल्‍पसंख्‍यक मंत्रालय ने उजागर किया १४४ करोड रूपयों का छात्रवृत्ति घोटाला  !

इस घोटाले के लिए उत्तरदायी सभी अधिकारियों को बरखास्‍त कर उनसे इसके पैसे वसूल कर उन्‍हें आजन्‍म कारागृह में ही डालना चाहिए !

‘अनएकेडमी’ नामक अनुशिक्षण संस्था (ट्यूशन सेंटर)ने प्रधान मंत्री का अपमान करने वाले शिक्षक, करण सांगवान को नौकरी से निकाल दिया !

छात्रों के सामने व्यक्तिगत भूमिका को इस तरह प्रस्तुत करना अनुचित है । हम शिक्षा के एक मंच हैं । अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना हमारी प्रतिबद्धता है ।

यद्यपि भारत स्वतंत्र है, तथापि हमारी शिक्षाप्रणाली परतंत्र की है ! – जगदीश चौधरी निर्देशक, बालाजी ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूशन्स, हरियाणा

भारतीय स्वावलंबी न बनकर सदैव गुलाम बने रहें, ऐसी शिक्षा प्रणाली अंग्रेजों ने बनाई । इस प्रकार की शिक्षा प्रणाली से अंग्रेजों ने भारतियों की रीढ तोड दी । भारतीय शिक्षा मोक्षप्राप्ति की दिशा देनेवाला है ।

भारतीय मुसलमान स्वयं को ‘पीडित’ दिखाने की मानसिकता से बाहर आएं ! – उद्योगपति जफर सरेशवाला

यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारतीय उद्योगपति तथा ‘मौलाना आजाद नैशनल उर्दू यूनि‍वर्सिटी’ के भूतपूर्व कुलपति जफर सरेशवाला ने आवाहन किया है, ‘भारत के मुसलमानों को स्वयं ‘पीडित’ दिखाने की मानसिकता से बाहर निकलकर शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए ।’

‘ब्रेकिंग इंडिया फोर्सेस’के द्वारा युवकों को भारत के विरुद्ध खडे करने का षड्यंत्र ! – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

विश्वविद्यालयों में भावी पीढी को राष्ट्रविरोधी बनाने का काम चल रहा है । इसे रोकने के लिए हमें शिक्षा एवं संस्कार दिलानेवाली गुरुकुल शिक्षाव्यवस्था का समर्थन करना होगा । वामपंथी स्वयं को मानवतावादी एवं पर्यावरणवादी दिखाने का प्रयास करते हैं ।

प्राचीन भारत की आदर्श शिक्षाप्रणाली !

भारत की प्राचीन शिक्षाप्रणाली की विशेषता यह थी कि बालक का ६ – ७ वर्ष की अवस्था में उपनयन संस्कार कर दिया जाता था । यज्ञोपवीत हो जाने पर बालक २५ वर्ष की आयु तक ब्रह्मचर्य धर्म का पालन करते हुए उच्च शिक्षा ग्रहण करता था ।

राजस्थान के सरकारी विद्यालय के प्राचार्य ने ही किया ६ से भी अधिक विद्यार्थिनियों पर बलात्कार !

ऐसे वासनांध शैक्षणिकक्षेत्र में लगा कलंक हैं । उन्हें फांसी का दंड देने के लिए प्रयत्न होने चाहिए !

राजस्थान में कांग्रेस की सत्ता है, फिर ऐसी घटनाओं पर स्वयं को महिलाओं की तारनहार कहनेवाली प्रियांका गांधी वढेरा मौन क्यों ?

उत्तर प्रदेश शिक्षा मंडल की पुस्तकों से मुगलों के उदात्तीकरण से संबंधित पाठ हटाए गए !

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का स्तुत्य निर्णय ! यह निर्णय लेकर पूरे देश में पाठ्यपुस्तकों से होनेवाले आक्रमणकारियों के उदात्तीकरण को रोकना चाहिए !