उत्तर प्रदेश के मदरसों में छात्रों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजंस) की शिक्षा दी जाएगी !

(कृत्रिम बुद्धिमत्ता अर्थात मानव की भांति विचार करने में सक्षम यंत्र निर्माण करने का शास्त्र । इस तंत्रज्ञान से मानव की कार्यक्षमता बढती है ।)

लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश के १६ सहस्र ५१३ मदरसों में शिक्षा ले रहे १३ लाख ९२ सहस्र छात्रों को ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता’ (आर्टिफिशियल इंटेलिजंस) की शिक्षा दी जाएगी । अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय ने मदरसों में शिक्षा ले रहे छात्रों को वैश्विक स्तर के महाविद्यालयों में प्रवेश मिले, इस दृष्टि से नया तंत्रज्ञान सिखाने के लिए पहल की है । अल्पसंख्यक कल्याण, वक्फ एवं हज मंत्री धरमपाल सिंह ने कहा है कि ‘‘मदरसों में पढानेवाले शिक्षकों को ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजंस’ का प्रशिक्षण दिया जाएगा ।’’

संपादकीय भूमिका 

मदरसों में राष्ट्रघाती शिक्षा देकर बालकों का बुद्धिभेद किया जाता है । अब तक हुई अनेक घटनाओं से यह स्पष्ट है । ऐसी वास्तविकता होते हुए भी उन्हें कुत्रिम बुद्धिमत्ता की शिक्षा देने से यदि उसका प्रयोग राष्ट्रविघाती गतिविधियों के लिए हुआ, तो इसमें आश्चर्य कैसा ?