जिला प्रशासन अन्वेषण करने में सहायता नहीं कर रहा ! – राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग का आरोप
डूंगरपुर (राजस्थान) – यहां के एक सरकारी विद्यालय में कम से कम ६ विद्यार्थिनियों पर बलात्कार के आरोप में विद्यालय के प्राचार्य को बंदी बनाया गया है । आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने शिकायत की है कि इस प्रकरण में अन्वेषण करनेवाले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को स्थानीय जिला प्रशासन की सहायता नहीं मिल रही है । ३१ मई को ग्रामवासियों द्वारा प्राचार्य के विरोध में शिकायत करने पर यह प्रकरण सामने आया । ३ जून को प्राचार्य को बंदी बनाया गया ।
राजस्थान के सरकारी स्कूल में रेप, पोर्न देख छात्राओं का शोषण करता था हेडमास्टर: NCPCR ने बताया- जाँच में मदद नहीं कर रहा डूंगरपुर प्रशासन#Rajasthan #NCPCRhttps://t.co/ro61bDX7A3
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) June 9, 2023
१. आरोपी प्राचार्य का नाम रमेशचंद्र कटारा है और वह ८ से १२ वर्ष की विद्यार्थिनियों को छुट्टी के दिनों में बुलाकर उन्हें अश्लील वीडियो दिखाता था । तदुपरांत उन पर बलात्कार करता था । यह जानकारी स्थानीय प्रसारमाध्यमों ने दी है ।
२. पीडित विद्यार्थिनियां इसकी जानकारी अपने माता-पिता को न दें, इसलिए वह उन्हें धमकियां देता था कि ‘तुम्हें अनुत्तीर्ण कर दूंगा’ अथवा ‘समीप के तालाब में ढकेलकर मार डालूंगा’, इसप्रकार उन्हें भयभीत करता था ।
३. जब एक पीडिता के पेट में बारंबार वेदना होने लगी । तब उसकी मां के उस विषय में सतत पूछते रहने पर यह पूरा प्रकरण सामने आया ।
४. अन्य एक पीडिता की मां ने कहा कि प्राचार्य ने ६ नहीं, अपितु १० विद्यार्थिनियों का लैंगिक शोषण किया है । पुलिस ने भी इस बात का समर्थन किया है । आगे अन्वेषण किया जा रहा है ।
संपादकीय भूमिका
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