मुसलमान पति द्वारा ईसाई पत्नी का बलपूर्वक धर्मांतर एवं उससे विवाह का आरोप !

लव जिहाद के षड्यंत्र की बलि केवल हिन्दू युवतियां एवं महिलाएं ही नहीं, अपितु अनेक ईसाई महिलाएं भी चढ रही हैं । ऐसे तो सदैव ईसाइयों का तुष्टीकरण करनेवाले धर्मनिरपेक्षतावादी इस प्रकरण पर कुछ कहेंगे ?

असम में २ जिहादी आतंकवादियों को बंदी बनाया गया !

जब से हिमंत बिस्व सरमा मुख्यमंत्री हुए, तब से आतंकवादियों पर बडी मात्रा में कार्यवाहियां की जा रही हैं । असम में अब तक ४० आतंकवादियों को बंदी बनाया गया है । इससे स्पष्ट है कि वहां आतंकवाद ने हाथ-पांव फैला रखे हैं तथा उसको जड से उखाडने हेतु सरकार द्वारा कठोर कार्यवाही किए जाने की अपेक्षा है !

बंगाल में भाजपा की रैली पर देसी बमों से आक्रमण : विस्फोट में २ कार्यकर्ता घायल

तृणमूल काँग्रेस के राज्य में बंगाल ‘बम बनाने का कारखाना’ बना है । यहां की कानून और व्यवस्था तार-तार होने से वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना अपरिहार्य !

शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का देहत्याग !

बदरीनाथ के ज्योतिष एवं द्वारका के शारदा, इन दो पीठों के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने ११ सितंबर को दोपहर मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के जोतेश्वर मंदिर में देहत्याग किया ।

झारखंड के एक गांव में सशस्त्र मुसलमान युवकों ने विद्यालय में घुसकर हिन्दू विद्यार्थिनियों को छेडा !

झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार होने से धर्मांध मुसलमानों को प्रोत्साहन मिला है । अब तो यह प्रश्न उठता है कि ‘क्या राज्य में कानून-सुव्यवस्था है भी या नहीं ?’

आवारा कुत्तों के काटने पर उपचार का दायित्व उन्हें खिलानेवालों पर ! – उच्चतम न्यायालय

जनता को लगता है कि आवारा कुत्ते के काटने के पूर्व ही अब उस पर कठोर निर्णय लेने का समय आ गया है !

आज ज्ञानवापी प्रकरण पर जिला न्यायालय निर्णय देगा !

ज्ञानवापी प्रकरण में जिला न्यायालय आज, १२ सितंबर के दिन निर्णय देनेवाला है । इस पृष्ठभूमि पर वाराणसी शहर में प्रचंड पुलिसबल तैनात किया गया है । वाराणसी शहर में धारा १४४ लागू की गई है । साथ ही संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस की ओर से ध्वजसंचालन और गस्त लगाई जा रही है ।

चेन्नई में ईसाई विद्यालय के छात्रावास में रहने वाली हिन्दू छात्राओं को धर्मपरिवर्तन के लिए सताया !

स्वयं को नास्तिकतावादी कहलवाने वाली द्रमुक सरकार नास्तिक न होकर ईसाइयों की चमचागीरी करने वाली और हिन्दू विरोधी सरकार है, यही इससे ध्यान में आता है !

आतंकवादियों की अंतिम यात्रा में सहभागी होना राष्ट्र विरोधी नहीं ! – जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय

‘आतंकवादियों का महिमामंडन होना, यह कभी भी अस्वीकार होकर इस माध्यम से जिहादी आतंकवाद और उसका समर्थन करने वालों को एक प्रकार से प्रोत्साहन तो नहीं मिल रहा ?’, यह देखना आवश्यक है ।

क्या ‘लव जिहाद’ के नाम पर बनावटी (नकली) बम लगाना और समाज में अशांति फैलाने का प्रयास करना अपराध नहीं है ?’

अमरावती जिले में अब तक ‘लव जिहाद’ की ३० घटनाएं घटी हैं; परंतु उस विषय में सचिन सावंत एक शब्द भी नहीं बोलते । महाराष्ट्र में ‘लव जिहाद’ की अनेक घटनाएं होने से हिन्दू युवतियाें का जीवन नष्ट हो गया है, ऐसी स्थिति में भी सचिन सावंत इस विषय में चुप्पी साधे बैठे हैं ।