क्या ‘लव जिहाद’ के नाम पर बनावटी (नकली) बम लगाना और समाज में अशांति फैलाने का प्रयास करना अपराध नहीं है ?’

कांग्रेस के नेता सचिन सावंत ने किए ऐसे विधान !

कांग्रेस के नेता सचिन सावंत

अमरावती -यहां के रुक्मिणीनगर परिसर से लापता हुई १९ वर्षीय युवती का पता लगा । ‘यह युवती क्रोध के आवेश में घर से निकल गई थी’, पुलिस ने ऐसा कहा है । इस प्रकरण के संदर्भ में कांग्रेस के नेता सचिन सावंत ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को उद्देश्य कर कहा है, ‘दूरभाष ध्वनिमुद्रित करने का ‘एप’ रखना नहीं है, क्या पुलिस के संदर्भ में ऐसा नियम है ? इस पर प्रकाश डालें, अन्यथा पुलिस के सम्मान की रक्षा करें । क्या ‘लव जिहाद’ के नाम पर झूठ बोलकर समाज में अशांति फैलाने का प्रयास करना अपराध नहीं है ?’ तो कार्यवाही क्याें नहीं होती ?’

यह हिन्दू युवती लापता होने के संदर्भ में उसके पिताजी ने राजापेठ के पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट किया था । इस प्रकरण में प्याज-आलू का विक्रय करनेवाले मुसलमान युवक को पुलिस ने नियंत्रण में लिया । ‘लव जिहाद’ की घटना होने के कारण सांसद नवनीत राणा, भाजपा तथा हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों द्वारा आंदोलन किया गया था ।

संपादकीय भूमिका

  • अमरावती जिले में अब तक ‘लव जिहाद’ की ३० घटनाएं घटी हैं; परंतु उस विषय में सचिन सावंत एक शब्द भी नहीं बोलते । महाराष्ट्र में ‘लव जिहाद’ की अनेक घटनाएं होने से हिन्दू युवतियाें का जीवन नष्ट हो गया है, ऐसी स्थिति में भी सचिन सावंत इस विषय में चुप्पी साधे बैठे हैं । धर्मांधों का तुष्टीकरण कांग्रेस का यह ‘अजेंडा’(कार्यसूची)ही इसका कारण है !
  • अभिभावकों द्वारा परिवाद प्रविष्ट करने के उपरांत पुलिस ने युवती की त्वरित खोज क्याें नहीं की ? सांसद नवनीत राणा तथा सांसद डॉ. अनिल बोंडे द्वारा युवती को खोजने के लिए समयमर्यादा देकर आंदोलन करने के उपरांत पुलिस ने उसे नियंत्रण में लिया । वर्तमान की यह घटना‘लव जिहाद’ की होते हुए पुलिस द्वारा इसे भिन्न मोड देने की संभावना को अस्वीकार नहीं कर सकते !