झांसी (उत्तर प्रदेश) के एक अस्पताल में आग लगने से 10 शिशुओं की मौत !

१५ नवंबर की रात यहां के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज एवं सरकारी अस्पताल में आग लगने से १० नवजात शिशुओं की मृत्यु हो गयी ।

आतंकवादी संगठनों की तरह ‘मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड’ पर प्रतिबंध लगाएं ! -विधायक नितेश राणे, भाजपा

सज्जाद नोमानी के इतिहास पर दृष्टि डालें तो वह तालिबान समर्थक हैं । वह एक ‘ सफेदपोश ‘ आतंकवादी है जो सार्वजनिक फतवा जारी करता है।’

AIMPLB Chief Threatens Delhi N Maharashtra : हम सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि दिल्ली सरकार को भी लक्ष्य बना रहे हैं !

ध्यान दें कि भगवा आतंकवाद अस्तित्व मे ना होते हुए भी उसके बारे मे द्वेष पूर्वक टिपण्णी करने वाले वोट जिहाद जो की अस्तित्व में है तो उसके बारे में बात होती है तो उनको कष्ट होता है , ये ध्यान में लेना चाहिए ! 

लालफीता के कारण संशोधन करना कठिन हो गया ! – सरसंघचालक

६ वें शतक तक भारत प्रत्येक क्षेत्र में आगे था, इस पर विश्व का विश्वास है । हमने अनेक बातों का संशोधन किया है; परंतु पश्चात हम रूक गए तथा तदुपरांत अपनी अवनति को आरंभ हुआ

Haryana School Blast : विद्यार्थियों ने महिला शिक्षक की आसनी के नीचे दूरस्थ नियंत्रण से पटाखे जैसे बम फोडे

विद्यार्थियों द्वारा विद्यालय में अर्जित ज्ञान का उपयोग यह दर्शाता है कि विद्यालय में उन्हें नैतिक मूल्यों की शिक्षा एवं संस्कार नहीं दिये गये हैं। ऐसी शिक्षा का क्या लाभ ?

‘हिंदू मक्कल कतछी’ के युवा नेता ओमकार बालाजी को तमिलनाडु पुलिस ने अवैध रूप से बंदी बनाया !

सद्गुरु जग्गी वासुदेव और उनके आश्रम पर अन्यायपूर्ण कार्यवाही के विरुद्ध उठायी थी आवाज !

भारत के पिनाक रॉकेट लांचर का सफल परीक्षण

भारत के रक्षा अनुसंधान तथा विकास संगठन (डीआरडीओ) ने पिनाक रॉकेट लॉन्चर का सफलतापूर्वक परीक्षण किया ।

कौशांबी (उत्तर प्रदेश) के मदरसा में युवती के साथ बार-बार बलात्कार

मदरसों में होनेवाली ऐसी घटनाओं के कारण ही, उन्हें अनुदान न देकर, बंद ही कर देना चाहिए । सरकार इस पर गंभीरता से ध्यान देगी ?

सरकारी सहायता प्राप्त मिशनरी स्कूलों में पादरियों तथा ननों को अपने वेतन पर आयकर देना होगा !

 सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला, ध्यान दें कि इस प्रकार के ईसाई मिशनरी स्कूल धर्मनिरपेक्षता और लोकतन्त्र की हत्या हैं ,और हत्यारी है कांग्रेस !

UP Madrasas Under Scan : उत्तर प्रदेश के ४ सहस्र (हजार) से अधिक बिना अनुदानित मदरसों की होगी जांच

अनुदानित हों अथवा बिना अनुदानित, मदरसों का एक ही पाठ्यक्रम होता है तथा उसके परिणामों का पूरा विश्व अनुभव कर रहा है ।