Serum Institute : भारत में ‘सीरम इन्स्टिट्यूट’ के विरुद्ध भी याचिका प्रविष्ट होगी !

‘तमिलनाडु हिन्दू धर्मादाय विभाग’ ने उच्च न्यायालय को दी जानकारी !

पानी के प्लास्टिक के बोतलों की स्वच्छता, उससे होनेवाली हानि तथा बीमारियां

बच्चों को विद्यालय ले जाने हेतु स्टील अथवा अच्छी प्लास्टिक की बोतलें दें, जिन्हें प्रतिदिन स्वच्छ करना आवश्यक है; क्योंकि बच्चे बोतल को मुंह लगाकर पानी पीते हैं ।

Covishield Vaccine Side Effect : ‘कोव्हिशिल्ड’ के टीके कारण हृदयाघात (हार्ट अटैक) हो सकता है !

 ‘कोव्हिशिल्ड’ टीके के कारण ‘थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम’ के लक्षण पाए जा सकते है, जिससे कि रक्त में थक्के निर्माण होकर हृदयाघात होना, ब्रेन स्ट्रोक (पक्षाघात) होना, प्लेटलेट्स (रक्त का एक प्रकार का घटक) अल्प होना इत्यादि घटनाएं हो सकती है; परंतु यह सब होने की संभावना सुदूर होती है

MDH Masala Row : हमारे मसालों में एथिलीन ऑक्साइड नहीं पड़ता !

एम.डी.एच. प्रतिष्ठान ने हांगकांग और सिंगापुर के दावे को तथ्यहीन बताया !

Antibiotics COVID19 : कोविड-१९ के समय प्रतिजैविकों का अनावश्यक प्रयोग किया गया ! – संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र के स्वास्थ्य संगठन का दावा

Ethylene Oxide Conspiracy : ५२७ भारतीय खाद्य उत्पाद कर्करोग के लिए कारणीभूत, यह यूरोपीय यूनियन का दुष्प्रचार !

अचानक इस प्रकार के आरोपों के लगने का कारण भारतविरोधी नीति को नकारा नहीं जा सकता । ५२७ भारतीय उत्पादों में कर्करोग के लिए कारणीभूत घटक होते, तो भारत में कर्क रोगियों की लंबी लाइनें लग गई होतीं ।

Indian Spices Banned : सिंगापुर और हाँगकाँग में भारतीय प्रतिष्ठानों से ४ मसालों पर प्रतिबंध ।

प्रतिष्ठित प्रतिष्ठानों ‘एमडीएच’ और ‘एवरेस्ट’ से मसालों का समावेश।

SC Slams Private Hospitals : अनुदानित निजी चिकित्सालयों द्वारा निर्धनों के लिए ‘बेड्‌स’ आरक्षित करने के आश्वासन पर अमल नहीं !

न्यायालय को ऐसे चिकित्सालयों को केवल फटकार कर छोड देने की अपेक्षा उनसे आश्‍वासनों एवं नियमों की पूर्ति हो, इसलिए कठोर नीति अपनाकर आदेश देना चाहिए, ऐसा ही आम-जनता को लगता है !

UKs Patients To India : ब्रिटेन से १२ सहस्र रोगी इस वर्ष उपचार के लिए भारत आएंगे !

ब्रिटन में १५ सहस्र डॉक्टरों की न्यूनता के कारण स्वास्थ्यसेवा का हाल बुरा हो गया है । ऐसी स्थिति में ब्रिटन के रोगी अच्छे और सस्ते उपचारों के लिए भारत में आ रहे हैं । पीछले वर्ष ब्रिटन से लगभग १ सहस्र २०० रोगी भारत में आए थे ।

महाराष्ट्र के १५० ट्रॉमा सुश्रुशा केंद्रों में से ४० बंद हैं , यह ‘सुराज्य अभियान’ सूचना अधिकार द्वारा उजागर हुआ !

सडक दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु की संख्या कम करने के लिए प्रारंभ किए गए ‘ट्रामा सुश्रुषा केंद्र ‘ उपेक्षित !