काशी विश्वेश्वर मंदिर की मुक्ति के लिए वैधानिक लड़ाई लड़नेवाले धर्मप्रेमियों का वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में अभिनंदन !

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) यहां के काशी विश्वेश्वर मंदिर को मुक्त कराने के लिए वैधानिक लडाई लडनेवाले धर्मप्रेमियों का वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में सम्मान किया गया ।

वैश्‍विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का तीसरा दिन (२६ जून) उद्बोधन सत्र : भारतविरोधी शक्ति

संत समाज को विशेषरूप से आदिवासी क्षेत्रों में जाना चाहिए । आदिवासी धार्मिक होते हैं । वे श्रद्धालु होते हैं । साधु- संतों का आदर-सत्कार करते हैं । अब तक केवल मुसलमान और ईसाई समाज इनकी ओर वोटबैंक के रूप में देख रहा था ।

वैश्‍विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का तीसरा दिन (२६ जून) : हिन्दू इकोसिस्‍टम

भारत पर अधिराज्य करने के लिए ‘गजवा-ए-हिंद’ कार्यरत ! – मोनिका रेड्डी, संस्‍थापक अध्यक्षा, अहम् टॉक्‍स, भाग्यनगर, तेलंगाना

नेपाल में समाजिक संस्था और राजनेता विदेशी लोगों के गुलाम ! – श्री. शंकर खराल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, विश्‍व हिन्दू महासंघ, नेपाल

नेपाल बहुसंख्यक सनातनी हिन्दुओं का देश है । यहां का राष्ट्रध्वज और दिनदर्शिका, दोनों सनातनी हैं ।

सभी दुर्दशाओं का एक मात्र समाधान साधना ही है । – स्वामी निर्गुणानंद पुरी, कोषाध्यक्ष और शाखा सचिव, इंटरनेशनल वेदांत सोसाइटी, बंगाल

कम्युनिस्टों के शासन में बंगाल में राजनीतिक स्थिति चिंताजनक हो गई। कम्युनिस्ट सरकार ने हमारी परंपरा एवं संस्कृति को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है।

वैश्‍विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन – द्वितीय दिवस (२५ जून) : राष्ट्ररक्षा एवं हिन्दू राष्ट्र के लिए हिन्दूसंगठन

प्राचीन काल में भारत के ऋषि-मुनि नेपाल में तपस्या करने के लिए आते थे । इसलिए नेपाल भी एक तपोभूमि है । इस तपोभूमि पर निश्चितरूप से हिन्दू राष्ट्र आएगा ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव विशेष : हिन्दू राष्ट्र हेतु हिन्दू संगठन !

वर्तमान समय में हिन्दुओं का जागृत होने का समय आया है । हिन्दुओं को किसी भी हिन्दुओं के कार्यक्रम तथा संगठन में सम्मिलित होकर एकत्रित होना चाहिए ।

सनातन धर्मीय संगठित होने पर धर्म बलवान हो सकता है ! – जगद्गुरु श्री श्री श्री विधुशेखर भारती महास्वामीजी महाराज, दक्षिणाम्नाय शृंगेरी श्री शारदा पीठाधीश्वर

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव को जगद्गुरु श्री श्री श्री विधुशेखर भारती महास्वामीजी महाराज ने आशीर्वाद दिए ।

सनातन आश्रम देखना ही वास्तव में गोवा दर्शन है !- वरिष्ठ कीर्तनकार ह.भ.प. बंडातात्या कराडकर

गोवा में मंदिरों को देखते-देखते जब मेरी दृष्टि सनातन आश्रम पर पड़ी तो मुझे वास्तविक गोवा दर्शन हो गया। हम यहां आकर उपकृत हो गये ऐसा वारकरी संप्रदाय के वरिष्ठ कीर्तनकार माननीय ह.भ.प.बंडा तात्या कराडकर ने कहा।

Vaishvik Hindu Rashtra Mahotsav Special : हिन्दू संस्कृति तथा हिन्दू प्रतिकों की रक्षा का कार्य

हिन्दुओं को मिटाने हेतु यदि विरोधी एकत्रित होते हों, तो हिन्दुओं को भी संगठित होना चाहिए ! – सुनील घनवट, महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य समन्वयक, हिन्दू जनजागृति समिति