देहली उच्च न्यायालय ने मतदान अनिवार्य करने की याचिका पर सुनवाई अस्वीकार की !

जनता में मतदान के प्रति उदासीनता के पीछे क्या कारण हैं, इसका भी विचार करना आवश्यक है । देखा गया है कि जनता बडी संख्या में ‘नोटा’ को मत दे रही है ।

युवति को बलपूर्वक वेश्याव्यवसाय के लिए बाध्य करवानेवाले आजन्म कारावास से दंडित ! 

ऐसे लोगों को सार्वजनिक रुप से फांसी पर चढाने का प्रावधान संविधान में आवश्यक !

श्रीकृष्ण जन्मभूमि की सभी याचिकाएं इलाहाबाद उच्च न्यायालय में प्रविष्ट करने की मांग !

इस पर अगली सुनवाई ४ अप्रैल को होगी । इस प्रकरण में कुल ८ याचिकाएं प्रविष्ट की गई हैं ।

देहली न्यायालय के परिसर में बार एसोसिएशन द्वारा मनाए गए होली के कार्यक्रम में अश्लील नाच !

व्यक्ति पढ लिख गया, उसे कोई पद मिल गया; इसका अर्थ यह नहीं कि वह सुसंस्कृत और नीतिमान हो गया, ऐसा नहीं कह सकते, यही इस घटना से ध्यान में आता है ! संबंधित लोगों पर कठोर कार्यवाही की मांग जनता ने की, तो इसमें गलत क्या ?

वेब सिरीज ‘कॉलेज रोमान्स’ के दिग्दर्शक और अभिनेत्री के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत करने का देहली उच्च न्यायालय का आदेश l 

न्यायमूर्ति स्वर्णकांता शर्मा ने कहा, ‘‘हमारे चेंबर में ईयर फोन लगाकर हमें यह वेब सीरीज देखनी पड़ी, इतनी अश्लील भाषा इसमें है । इसमें का संवाद किसी को सुनाया भी नहीं जा सकता ।

राबडी देवी के निवास पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो द्वारा पूछताछ !

वर्ष २००९ के घोटाले के प्रकरण में १३ वर्ष व्यतीत हो जाने के उपरांत अब प्रकरण प्रविष्ट किया गया है, तो इसके अपराधियों को दंड कब मिलेगा ! यह स्थिति हिंदू राष्ट्र को अनिवार्य बनाती है !

न्यायपालिका एवं विधिपालिका के बीच की अहंकार की लडाईयां ?

२९ जनवरी २०२३ को प्रकाशित लेख में हमने ‘अधिकारों का वितरण तथा संसद के द्वारा न्यायालय के अधिकारों पर लगाई गई मर्यादाएं, संविधान में कितने परिवर्तन संभव हैं ?

देहली उच्च न्यायालय ने ‘अग्निपथ’ योजना से संबंधित सर्व याचिकाएं अस्वीकार कर दीं !

देहली उच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ’ सेना भर्ती योजना को चुनौती देनेवाली सभी याचिकाएं अस्वीकार कर दी हैं । इन याचिकाओं को अस्वीकार करते हुए न्यायालय ने अपना मत रखा है ‘‘यह योजना लागू करने का उद्देश्य देश की सेना को अधिकाधिक सक्षम बनाना है, जो वह देश हित में है’’ ।

स्वयं की इच्छा से विवाह करना यह बात आधुनिक नहीं, यह तो रामायण और महाभारत के समय से है !

‘स्वयंवर’ अर्थात ‘स्वयं की इच्छा से विवाह करना’ यह कोई आधुनिक बात नहीं । इसकी जडें प्राचीन इतिहास में खोजी जा सकती हैं । इसमें रामायण, महाभारत जैसे प्रवित्र ग्रंथों का समावेश है ।

राजस्थान में भाजपा के पूर्व विधायक को २० वर्ष पहले किए बलात्कार के प्रकरण में १० वर्ष का कारावास

एक अपराध पर निर्णय देने में २० वर्ष लगते होंगे, तो इसे न्याय कहेंगे क्या ?