समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का गायों को लेकर अपमानजनक वक्तव्य

कन्नौज (उत्तर प्रदेश) – हमने कन्नौज में भाईचारे की सुगंध फैलाई है । दूसरी ओर भाजपा द्वेष की दुर्गंध (बदबू) फैला रही है । भाजपावालों को दुर्गंध पसंद है, इसीलिए वे गौशालाएं बना रहे हैं । हमें सुगंध इतनी पसंद आई कि हमने एक ‘परफ्यूम पार्क’ (इत्रों का एक संग्रहालय) बना दिया । मैं कन्नौज की जनता से अपील करता हूं कि भाजपा द्वारा फैलाई गई इस बदबू को मिटाएं । कुछ सीमा तक यह दुर्गन्ध पहले ही नष्ट हो चुकी है; परंतु अगले चुनाव में इसे पूरी तरह हटा दें ताकि कन्नौज का रुका हुआ विकास आगे बढ सके, यह बात यहां के सांसद और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कही ।
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने अखिलेश यादव के वक्तव्य की आलोचना की है । उन्होंने कहा कि यदि भारत में रहनेवाले किसी व्यक्ति को गाय की दुर्गंध आती है तो उसे ऐसी भूमि ढूंढनी चाहिए जहां वह सनातन का अपमान कर सके । ये सभी पार्टियां सनातन के विरुद्ध बातें करती रहती हैं और सनातन के विरुद्ध काम भी करती हैं । मध्य प्रदेश से कांग्रेस विधायक राजेंद्र कुमार सिंह ने कहा था, ‘भाजपा ने साधुओं, संतों और मंडलेश्वरों के रूप में बैल छोड दिए हैं, ताकि ये बैल दूसरे धर्मों के खेतों में घुसकर चर सकें ।’ एक ओर अखिलेश यादव को गायों में दुर्गंध दिखती है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की पार्टी के नेताओं को संतों एवं ऋषिओं में बैल नजर आते हैं ।
संपादकीय भूमिका
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