Abu Azmi Suspension : विधायक अबू आजमी बजट सत्र की समाप्ति तक निलंबित !

  • औरंगजेब का यह उत्थान पूर्णतः आश्चर्यजनक था !

  • भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार आजमी को विधायक का दर्जा हटाने के लिए आक्रामक हैं !

सुधीर मुनगंटीवार और अबू आजमी

मुंबई, ५ मार्च (वार्ता) – समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने क्रूर औरंगजेब का महिमामंडन करने के कारण निलंबित हैं। हिन्दू मंदिरों को ध्वस्त करने, जजिया कर लगाने और महिलाओं पर अत्याचार करने वाले क्रूर शासक औरंगजेब को अच्छा प्रशासक बताने वाले अबू आजमी के विरुद्ध विधानसभा ने कार्यवाही की है। अबू आजमी को बजट सत्र की अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है। ५ मार्च को अबू आजमी को निलंबित करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताते हुए भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने सदन में मांग की कि अबू आज़मी का विधायक का दर्जा सिर्फ बजट सत्र के लिए ही नहीं, अपितु स्थायी रूप से रद्द किया जाना चाहिए। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के विधायकों ने सभी सदनों में अबू आजमी की निंदा करते हुए नारे लगाए।

संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने अबू आजमी को निलंबित करने के लिए सदन में प्रस्ताव पेश किया। अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने इस प्रस्ताव पर मतदान कराया। यह प्रस्ताव सदन में सर्वसम्मति से पारित हुआ। इस अवसर पर हॉल में ‘छत्रपति शिवाजी महाराज की जय’, ‘छत्रपति संभाजी महाराज की जय’ और ‘हर हर महादेव’ जैसे नारे लगाए गए।

औरंगजेब जैसी कायरता और उस कायरता का महिमामंडन करने वालों को विधायक पद से हटा देना चाहिए ! – सुधीर मुनगंटीवार, भाजपा

फरवरी २०१७ में सैनिकों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने के कारण एक विधान परिषद विधायक को निलंबित कर दिया गया था और जांच के लिए एक समिति नियुक्त की गई थी। उस विधायक का वेतन रोक दिया गया, उसके रेलवे कूपन रोक दिए गए। अगर नाथूराम गोडसे के बारे में अच्छा बोलने वाले को जेल में डाल दिया गया, तो फिर औरंगजेब जैसे कायर और डरपोक व्यक्ति का, जो गुणगान करते हैं, जिसने अपने ही पिता को कैद कर लिया और उसे पानी भी नहीं दिया, उसे सिर्फ बजट सत्र के लिए निलंबित क्यों किया गया? सदन में छत्रपति शिवाजी महाराज और छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान करने के मुद्दे के दायरे की कोई सीमा नहीं होनी चाहिए। जो कोई भी सिर्फ वोट पाने के लिए औरंगजेब का महिमामंडन करता है, उसे स्थायी रूप से अयोग्य घोषित कर दिया जाना चाहिए।

सुधीर मुनगंटीवार के बयान पर चंद्रकांत पाटिल ने कहा, ”जब महाविकास अघाड़ी के दौरान महायुति के १२ सदस्यों को निलंबित किया गया तो वे सुप्रीम कोर्ट चले गए।” न्यायालय ने निर्णय दिया था कि ‘सदस्यों को स्थायी रूप से निलंबित नहीं किया जा सकता।’ इसलिए, उन्होंने कहा, “हम अबू आज़मी को बजट सत्र के लिए निलंबित करने और उन्हें विधायक सीट से अयोग्य घोषित करने के लिए एक समिति गठित करेंगे।” इस समय कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने कहा कि अबू आज़मी की सजा बढ़ाई जानी चाहिए; लेकिन उन्होंने यह भी मांग की कि छत्रपति शिवाजी का अपमान करने वाले अभिनेता राहुल सोलापुरकर और प्रशांत कोरटकर के विरुद्ध कार्यवाही की जाए।