पुर्तगाल के चर्च में पादरियों द्वारा ४ सहस्र ८१५ बच्चों का यौन शोषण !
आरोपी १०० से अधिक पादरी अभी भी पद पर हैं !
आरोपी १०० से अधिक पादरी अभी भी पद पर हैं !
केरल के विजिंजम में अदानी बंदरगाह का निर्माण कार्य चल रहा है । इस निर्माण कार्य का स्थानीय लोग पिछले कुछ माह से विरोध कर रहे हैं । उन्होने विविध माध्यमों से आंदोलन करते हुए इसका विरोध चालू रखा है; लेकिन २७ नवंबर को हुए आंदोलन ने हिंसक रुप ले लिया ।
निर्धन हिन्दुओं का अनुचित लाभ उठाकर उनका धर्मांतरण करनेवाले ढोंगी ईसाईयों का वास्तविक स्वरूप पहचानें !
सर्वसामान्य लोगों के समान नन तथा प्रिस्ट (पादरी) भी ‘ऑनलाईन’ अश्लील (पोर्न) वीडियो देखते हैं । यह एक बुरी आदत है एवं महिलाओं तथा पुरुषों में निश्चित रूप से है, उसी प्रकार पादरी तथा नन में भी वह है, ख्रिस्ति धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने इस प्रकार प्रत्यक्ष रूप से स्वीकार किया ।
प्रसारमाध्यम ऐसे वासनांधों का वृत्त दबाते हैं और हिन्दू संतों के विरुद्ध वृत्तों को अधिकाधिक प्रसिद्धी देते हैं !
प्रसारमाध्यम ऐसे समाचारों को विस्तार से प्रसारित क्याें नहीं करते ? यदि कोई एक हिन्दू संत पर इस प्रकार के झूठे आरोप लगाए गए होते, तो अब तक ‘ब्रेकिंग न्यूज’ के रूप में यह समाचार दिखाया गया होता !
ध्यान रखिए कि ऐसे वृत्त तथाकथित धर्मनिरपेक्ष प्रसारमाध्यम प्रकाशित नहीं करते !
सत्तारूढ़ द्रमुक सांसद कन्निमोल्ली के करीबी विश्वासपात्र पादरी जेगथ जसपर राज ने एक भड़काऊ वक्तव्य दिया है कि “मुसलमानों को भारत का दूसरा विभाजन करने का प्रयत्न करना चाहिए”।
आंदोलन में विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, हिन्दू जनजागृति समिति इत्यादि हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ता, साथ ही स्थानीय हिन्दू विशाल संख्या में सहभागी हुए थे । इनमें महिलाएं भी सम्मिलित थीं ।
आंध्रप्रदेश में वाई.एस.आर. कॉग्रेस के ईसाई मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के सत्ता पर रहते समय इस अलगाववादी पादरी की मांग सही होने पर आश्चर्य नहीं होगा । यह रोकने के लिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना अत्यावश्यक !