‘भारत को दो भागों में बांट कर एक भाग ईसाईयों को दे !’ – आंध्रप्रदेश के अलगाववादी पादरी की मांग

  • आंध्रप्रदेश में वाई.एस.आर. कॉग्रेस के ईसाई मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के सत्ता पर रहते समय इस अलगाववादी पादरी की मांग सही होने पर आश्चर्य नहीं होगा । यह रोकने के लिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना अत्यावश्यक ! – संपादक

  • भारत में वासनांध, साथ ही हिन्दू विरोधी पादरी हैं । अब उसमें अलगाववादी पादरी भी सहभागी हो गए हैं ! ऐसी मांग करने वाले पादरी के विषय में तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादी, सर्वधर्मसमभाव वाले कुछ बोलेंगे क्या ? – संपादक

  • इस पादरी को देशद्रोह के गुनाह में हिरासत में लेकर उसे आजीवन कारागृह में डालना चाहिए ! – संपादक
‘बाईबल ओपन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल’ के उप संचालक पादरी उपेंद्र राव

अमरावती (आंध्रप्रदेश) – ऑल इंडिया ट्रू क्रिश्चियन कौन्सिल की ओर से हम मांग करते हैं कि, भारत को २ भागों में बांटकर ईसाइयों को अलग देश के नाम पर आधा भाग देना चाहिए । बंटवारा करने के बाद हम आपको कष्ट नहीं देंगे, ऐसा अलगाववादी विधान ‘बाईबल ओपन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल’ के उप संचालक पादरी उपेंद्र राव ने किया है । (‘ धर्मांतरित ईसाई यह पोप से अधिक कट्टर और खतरनाक होते हैं’, ऐसा कहा जाता है । इसका यह उदाहरण है ! ‘धर्मांतर अर्थात राष्ट्रांतर’ ऐसा स्वातंत्र्यवीर सावरकर ने कहा था । यही बात यहां देखने को मिल रही है । – संपादक)  विशेषता यह है कि यह वीडिओ ‘एस.सी./एस.टी. राइट्स फोरम’ ने (‘अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकार मंच’ ने) उसके ट्वीटर एकाउंट पर शेयर किया है । (भारत में अनुसूचित जाति-जनजाति के हिन्दुओं को ईसाई धर्म प्रचारकों की ओर से विविध लालच दिखाकर उनका धर्म परिवर्तन किया जा रहा है । इस समाज के उत्थान के नामपर ‘एस.सी./एस.टी. राइट्स फोरम’ जैसे संघठन कैसी कार्यवाहियां करते हैं, इस ओर सरकारी तंत्र को ध्यान रखना आवश्यक ! – संपादक) पादरी उपेंद्र राव तेलंगाना और महाराष्ट्र के ‘ऑल इंडिया ट्रू क्रिश्चियन कौन्सिल’ के राज्य अध्यक्ष भी हैं ।