पोप फ्रांसिस ने प्रत्यक्ष रूप से स्वीकार किया !
वैटिकन सिटी – सर्वसामान्य लोगों के समान नन तथा प्रिस्ट (पादरी) भी ‘ऑनलाईन’ अश्लील (पोर्न) वीडियो देखते हैं । यह एक बुरी आदत है एवं महिलाओं तथा पुरुषों में निश्चित रूप से है, उसी प्रकार पादरी तथा नन में भी वह है, ख्रिस्ति धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने इस प्रकार प्रत्यक्ष रूप से स्वीकार किया । रोमन कैथोलिक चर्च में भावी पादरियों के लिए आयोजित एक सभा में वे ऐसा बोल रहे थे । ‘सर्वसामान्य मनुष्य इसी कारण से शैतान बन रहा है’, इस अवसर पर उन्होंने ऐसा भी कहा ।
Pope Francis admits nuns and priests watch porn, says “The devil gets in from there” https://t.co/mEMv8CxBUj
— OpIndia.com (@OpIndia_com) October 27, 2022
जो प्रतिदिन शुद्ध हृदय से प्रभु येशू की पूजा करता है, वह अश्लीलता का दास (गुलाम) नहीं हो सकता !
चर्च के एक विद्यार्थी ने पोप फ्रांसिस से प्रश्न पूछा था, ‘भक्तों को भ्रमणभाष संच समान सुविधाओं का उपयोग करना चाहिए अथवा नहीं ?’ इस पर पोप फ्रांसिस ने प्रत्युत्तर देते हुए कहा, ‘संवाद के लिए भ्रमणभाष संच का उपयोग करना उचित है; परंतु दृक्श्राव्य अश्लीलता क्या है ? आपको ज्ञात है । जो प्रतिदिन शुद्ध हृदय से प्रभु येशू की पूजा करता है, वह इस प्रकार की अश्लील सामग्री के अधीन नहीं जा सकता । यदि आप अपने भ्रमणभाष संच से ये अश्लील विषय हटा सकते हैं, तो उसे हटा दें ।
संपादकीय भूमिकायह है ख्रिस्तियों का खरा स्वरूप ! इस पर भारत के प्रसारमाध्यम कथित निरपेक्षतावादी एवं ‘ईसाइयों को शांतिप्रेमी कहनेवाले’ पुरो(अधो)गामी कुछ भाष्य करेंगे ? |