‘हिन्दू कांवडा यात्रा निकालकर यातायात बाधित कर सकते हैं, तो हम रास्ते पर नमाज क्यों नहीं पढ सकते ?’
कांवड यात्रा के कारण यातायात बाधित न होते हुए भी जानबूझकर ऐसे विधान कर हिन्दुओं को दोषी ठहराने का प्रयास शौकत अली कर रहे हैं । कांवड यात्रा वर्ष में एक बार ही होती है, जबकि नमाज प्रतिदिन ५ बार होती है, इस विषय में वे नहीं बोलते, यह समझें !