‘श्री कृष्ण ने गीता में अर्जुन को ‘जिहाद’ सिखाया !’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल का क्रोधदायी वक्तव्य !

प्रत्येक स्तर से विरोध प्रारंभ होने पर दिया हास्यास्पद स्पष्टीकरण !

नई देहली – कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने एक अति अशोभनीय व अपमानजनक वक्तव्य दिया है कि ‘जिहाद न केवल इस्लाम में है बल्कि श्रीमद भगवद गीता और ईसाई धर्म में भी है । उन्होंने कहा कि गीता के एक भाग में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को ´जिहाद´ का उपदेश दिया था । इस पर भाजपा समेत अनेक लोगों के द्वारा निषेध किए जाने के उपरांत पाटिल ने अपने संतापजनक वक्तव्य पर स्पष्टीकरण दिया ।

सौजन्य नवभारत टाइम्स

१. २० अक्टूबर को देहली में पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहसिना किदवई की आत्मकथा के विमोचन के समय शिवराज पाटिल ने कहा, “इस्लाम में जिहाद की अवधारणा के बारे में प्राय: बात की जाती है । यह अवधारणा है कि बल का प्रयोग किया जा सकता है, यदि उद्देश्य योग्य हो, यदि कुछ अच्छा करना है और कोई भी इसके लिए सहमत नहीं है, (यदि हां, तो क्या इससे यह सिद्ध नहीं होता कि शिवराज पाटिल और कांग्रेस इस्लामिक स्टेट, बोको हराम, तालिबान, लश्कर-ए-तैयबा आदि जिहादी आतंकवादी संगठनों का समर्थन करते हैं ? – संपादक) न केवल कुरान में बल्कि महाभारत के गीता एवं ईसाई धर्म में भी ऐसा कहा गया है ।

२. कार्यक्रम के समय कांग्रेस नेता शशि थरूर, सुशील कुमार शिंदे और मणिशंकर अय्यर भी उपस्थित थे ।

३. पाटिल के लज्जास्पद वक्तव्य की प्रत्येक स्तर पर आलोचना होने के उपरांत उन्होंने स्पष्टीकरण दिया है । उन्होंने कहा, क्या आप श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेश को जिहाद कहेंगे ? नहीं ? तो मैं भी यही कह रहा था ।

कांग्रेस ने हिंदू द्वेष की परिसीमा लांघी ! – भाजपा

पाटिल के वक्तव्य पर भाजपा ने कांग्रेस पर लक्ष्य साधा है । कांग्रेस ने हिंदू द्वेष की सभी सीमाएं लांघ दी हैं । कांग्रेस ‘जनेऊधारी हिंदुओं’ का दल होने का दावा करती है, किन्तु राम मंदिर का विरोध करना, शपथपत्र देकर राम के अस्तित्व पर ही प्रश्न उपस्थित करना  ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द का प्रयोग करना , हिंदू धर्म की इस्लामिक स्टेट से तुलना करना, कांग्रेस के हिंदू द्वेष को रेखांकित करता है । ऐसे वक्तव्य गुजरात चुनाव को देखते हुए दिए जा रहे हैं । गुजरात के लोग उन्हें अच्छा सबक सिखाएंगे ।

संपादकीय भूमिका

  • यदि हिंदुओं को ´जिहाद´ सिखाया गया होता, तो जिस तरह कट्टर मुसलमान पैगंबर मुहम्मद के विरुद्ध कथित आपत्तिजनक वक्तव्य देने पर हिंदुओं का शिरोच्छेद कर रहे हैं, वैसे ही हिंदुओं ने प्राणघातक आक्रमण कर उन्हें यमलोक में भेज दिया होता, जो हिंदू देवताओं का उपहास करते हैं !
  • यदि हिंदुओं की संस्कृति में जिहाद की शिक्षा होती तो क्या शिवराज पाटिल ऐसा वक्तव्य देने का दुस्साहस करते ?
  • हिंदुओं में संगठन की कमी होने के कारण कोई भी उठकर उनके श्रद्धा स्थानों पर कीचड़ उछालता है, यह हिंदुओं के लिए अति लज्जास्पद है !
  • कांग्रेस को स्मरण रखना चाहिए कि ऎसे मुसलमान प्रेम के कारण व हिंदू विरोधी वृत्ति के कारण वह मरणासन्न अवस्था में पहुंच गई है ! अब त्वरित पाटिल के विरुद्ध कडी से कडी कार्रवाई होनी चाहिए !