पुनर्निर्माण के पश्चात कश्मीर के प्राचीन श्री शारदादेवी मंदिर का उद्घाटन !
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने २२ मार्च को इस मंदिर का ऑनलाईन उद्घाटन किया । विगत अनेक दशकों से यह मंदिर जीर्णावस्था में था ।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने २२ मार्च को इस मंदिर का ऑनलाईन उद्घाटन किया । विगत अनेक दशकों से यह मंदिर जीर्णावस्था में था ।
जगन्नाथ मंदिर के गर्भ गृह में चूहों के बढ़ने से उन्हें भगाने के लिए ‘अर्थ इनोवेशन’ यंत्र लगाया गया था; लेकिन, इस यंत्र की आवाज के कारण जगन्नाथ भगवान की नींद में विघ्न पडने की शिकायत पुजारियों द्वारा किए जाने पर मंदिर प्रबंधन ने यह यंत्र हटा दिया है ।
‘हिन्दू ऐक्यवेदी’ नामक संगठन ने चेतावनी दी थी कि यदि मंदिर का रंग हटाया नहीं गया, तो संगठन के कार्यकर्ता स्वयं उसे हटा देंगे । यह मंदिर ‘मलाबार देवस्वोम मंडल’ द्वारा संचालित होता है । इस मंडल पर साम्यवादी तथा नास्तिकों का प्रभाव है ।
ऐसी घटना किसी चर्च अथवा मस्जिद के संबंध में हुई होती, तो ‘देश में अल्पसंख्यक असुरक्षित है’, ऐसा हल्ला किया जाता और हिंदुओं को तालिबानी ठहराया गया होता; लेकिन हिंदुओं के संदर्भ में यह घटना होने से सभी लोग शांत हैं !
तमिलनाडु की द्रमुक सरकार का हिन्दूद्वेष ! तमिलनाडु में द्रमुक सरकार के सत्ता में आने के दिन से हिन्दू विरोधी कार्यवाहियां बढी हैं । प्रभावी हिन्दू संगठन द्वारा ही इसे रोकना संभव है !
पुलिस को इस घटना की योग्य जांच कर सत्य जनता के सामने लाना चाहिए !
त्रिशूर के इरिंजादापल्ली श्रीकृष्ण मंदिर में अब धार्मिक विधि करने के लिए सच्चे हाथियों की अपेक्षा यांत्रिक हाथियों का प्रयोग किया जाएगा । इन हाथियों की ऊंचाई साढे दस फूट होगी एवं उनका कुल वजन ८०० किलो है । इस हाथी पर ४ लोग बैठ सकेंगे । इस हाथी की सूंढ, सिर, आंखें एवं कान सभी बिजली पर चलेंगे ।
भारत में हिन्दुओं के मंदिर गिराकर मस्जिदें बनाने का काम चल रहा है, तो पाकिस्तान में मंदिरों का प्रयोग गोदाम के रूप में किया जा रहा है ! देश-विदेशों में हो रही हिन्दुओं के मंदिरों की विडंबना रोकने के लिए सरकार क्या कदम उठाएगी ?
वैसे तो देवता के भक्तों को ही मंदिर का न्यासी होने का अधिकार दिया जाना चाहिए । अब हिन्दुओं को सरकार और न्यायालय के समक्ष यह मांग मजबूती से करना आवश्यक !
महमूद गजनवी के वशंज अभी भी देश में हैं इसलिए ऐसी घटनाएं घटती ही रहेंगी । उसे स्थायीरूप से रोकने के लिए हिन्दू राष्ट्र को पर्याय नहीं !