सिंहस्थ की सत्ता में साधु-महंत भाग नहीं लेंगे !

नासिक – जिस तरह उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ मेले के लिए कानून बनाया, उसी तरह नासिक में सिंहस्थ कुंभ मेले के लिए भी कानून बनाया जाएगा और मेला प्राधिकरण की स्थापना भी की जाएगी। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने २३ मार्च को यहां पत्रकारों से बातचीत में बताया कि सिंहस्थ कुंभ मेले के लिए धनराशि की कमी नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने त्र्यंबकेश्वर (नासिक जिला) में ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए और त्र्यंबकेश्वर की विकास योजना की समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए उक्त जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा,
१. त्र्यम्बकेश्वर स्थित कुशावर्त तीर्थ स्थल का दौरा किया गया है। मैंने त्र्यम्बकेश्वर के विकास योजना का प्रस्तुतीकरण देखा है। कुंभ मेले के अवसर पर नासिक के साथ-साथ त्र्यंबकेश्वर का भी विकास किया जाना चाहिए।
२. त्र्यंबकेश्वर के विकास के लिए १ सहस्त्र १०० करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है। इसमें दर्शन के लिए राजमार्ग (कॉरिडोर) का निर्माण, पार्किंग और शौचालय की व्यवस्था, वहां विभिन्न तालाबों का जीर्णोद्धार, वहां के प्रमुख मंदिरों का जीर्णोद्धार, पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की मध्यस्थता के माध्यम से वास्तविक मंदिर में जीर्णोद्धार की आवश्यकता सिद्ध करने का प्रयास तथा अन्य कई सुविधाएं उपलब्ध कराना शामिल होगा।
३. हम नासिक में लगभग ११ पुलों का निर्माण कर रहे हैं। हम एक विशाल सड़क नेटवर्क स्थापित कर रहे हैं। हम साधुग्राम के लिए पूरे क्षेत्र को नियंत्रण में लेकर उसका विकास कर रहे हैं।
४. हम घाटों पर सुविधाएं उपलब्ध कराकर कुछ घाटों का विस्तार कर रहे हैं। अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र नेटवर्क सिद्ध हो चुका है और जल को स्वच्छ रखने की योजना भी सिद्ध हो चुकी है।
५. सिंहस्थ कुंभ मेले में भाग लेने वाले लोगों की संख्या का अभी कोई अनुमान नहीं है। इसलिए, सभी चीजों की पुष्टि होने के बाद ही ऐसा अनुमान लगाया जाएगा।
६. सिंहस्थ की कार्यप्रणाली में साधुओं एवं महंतों की कोई भागीदारी नहीं होगी। यह एक प्रशासनिक प्राधिकरण है। यह आध्यात्मिक नहीं है । आध्यात्मिक पक्ष का ध्यान साधु-संतों द्वारा रखा जाएगा, जबकि प्रशासन और प्रबंधन का काम मेला प्राधिकरण द्वारा संभाला जाएगा।
सिंहस्थ हेतु मेला प्राधिकरण की स्थापना !त्र्यंबकेश्वर के साधुओं और महंतों ने मांग की है कि मुख्यमंत्री को उत्तर प्रदेश की तरह सिंहस्थ कुंभ मेले की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। इस पर फडणवीस ने कहा कि कुंभ मेले की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की है; लेकिन हम भी अपने कानून को उसी तरह साबित कर रहे हैं जैसे उत्तर प्रदेश ने कुंभ मेला कानून और मेला प्राधिकरण को साबित किया था। हम इसका अधिकार सिद्ध करके इसे कानूनी ढांचा दे रहे हैं। |