Elon Musk Postpones India Visit : इलॉन मस्क ने भारत दौरा आगे बढाया

उन्होंने कहा, “टेस्ला में मेरे दायित्व के कारण मुझे मेरा भारत दौरा आगे बढाना पडा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है; लेकिन मैं इसी वर्ष भारत जाने का अवसर देख रहा हूं ।”

India G20 Appreciated : भारत की अध्यक्षता में संपन्न ‘जी-२०’ परिषद की ‘आई.एम्.एफ्.’ और विश्व बैंक द्वारा प्रशंसा

भारतीय आर्थिक प्रणाली की भी प्रशंसा !

Nirbhay Cruise Missile Test : संपूर्ण स्वदेशी ‘निर्भय’ क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण 

निर्भय प्रक्षेपास्त्र सेना को मिल जाने पर इसे चीन और पाकिस्तान की सीमा पर तैनात किया जा सकता है । यह प्रक्षेपास्त्र समुद्र और भूमि से छोड़ा जा सकता है । यह ६ मीटर लंबा और ०.५२ मीटर चौड़ा है ।

India UNSC Seat : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में परिवर्तन करने की आवश्यकता !

अमेरिका ने भारत की इस मांग का समर्थन किया है । अमेरिका ने कहा है कि ७० वर्ष पुरानी सुरक्षा परिषद में आज का वास्तव प्रतिबिंबित नहीं होता ।

BrahMos Missile : भारत ने ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्रों का (मिसाइलों का) पहला संच फिलिपींस को भेजा !

भारतीय वायु सेना ने इन प्रक्षेपास्त्रों के साथ उसका ‘सी-१७ ग्लोबमास्टर कार्गो३’ विमान फिलिपींस को भेजा है ।

Election Commission X Post : चुनाव आयोग की ओर से ‘एक्स’ को ४ पोस्ट हटाने का आदेश !

‘एक्स’ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करती होगी, तो भी कोई भी स्वतंत्रता लोकतंत्र के मूल्य और उस देश के कानून के ऊपर नहीं । यह भेद ‘एक्स’ को समझ लेना चाहिए !

US On India Pak : (और इनकी सुनिए…) ‘हम इसमें नहीं पडेंगे; परंतु भारत-पाकिस्तान को तनाव टालना चाहिए !’ – अमेरिका

एक ओर ‘हम भारत-पाकिस्तान के बीच नहीं पडेंगे’, ऐसा कहना एवं दूसरी ओर भारत को इस पर *फोकट परामर्श देना, इसे क्या कहें ?

India Gifts Nepal : भारत की ओर से नेपाल को ३५ एंबुलेंस और ६६ स्कूल बसे भेंट !

नेपाल के अर्थमंत्री वर्षमान पुन ने नेपाल में भारत सरकार के सहकार्य से चल रही विकास परियोजनाओं की प्रशंसा की । इस कारण दोनों देशों के लोगों के बीच संबंध अधिक मजबूत होंगे, ऐसा उन्होंने कहा ।

Canada Indian Student Murder : कनाडा में भारतीय छात्र की गोलियां चलाकर हत्या

चिराग की हत्या हुई है अथवा उसने आत्महत्या की है, इस विषय में पुलिस जांच कर रही है ।

भारतीय कालगणना एवं वैदिक घडी !

भारत में विगत २ सहस्र ५०० वर्षाें में अनेक कालगणनाएं उत्पन्न हुईं अथवा प्रचलित की गईं । इनमें से कुछ शुद्ध भारतीय, कुछ विदेशी, जबकि कुछ मिश्र स्वरूप की हैं ।