नई देहली – हम बांग्लादेश में ‘सनातन जागरण ज्योत’ के नेता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को बंदी बनाया गया और जमानत से नकार को लेकर अत्यंत चिंतित हैं। यह घटना बांग्लादेश में चरमपंथी तत्वों द्वारा हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर आक्रमणों की पृष्ठभूमि में उजागर हुई है। अल्पसंख्यकों के घर-दुकानें लूट ली गयीं। इसके साथ ही उनके मंदिरों में चोरी, तोड़फोड़ और अपवित्रता के भी अनेक प्रकरण उजागर हुए हैं। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक धार्मिक नेता पर शांतिपूर्ण सभाओं के माध्यम से मांग करने पर आरोप लगाया जा रहा है, जबकि इन घटनाओं के आरोपी अभी भी स्वतंत्र घूम रहे हैं। हम उन अल्पसंख्यकों पर आक्रमणों को लेकर भी चिंतित हैं जो चिन्मय प्रभु के बंदित्व के विरोध शांतिपूर्वक विरोध कर रहे थे । भारत के विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश को एक वक्तव्य में कहा, हम बांग्लादेशी अधिकारियों से हिन्दुओं और उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करने का आग्रह करते हैं।
Our statement on the arrest of Chinmoy Krishna Das:https://t.co/HbaFUPWds0 pic.twitter.com/cdgSx6iUQb
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) November 26, 2024
संपादकीय भूमिकाभारत एक परमाणु शस्त्र संपन्न देश है और भारत ने ही बांग्लादेश का निर्माण किया है। इसलिए भारत को बांग्लादेश को हिन्दुओं की रक्षा के लिए प्रार्थना नहीं करनी चाहिए, बल्कि उसे कठोर आदेश देना चाहिए। यदि बांग्लादेश ऐसा नहीं करता है तो भारत को बांग्लादेश में सेना भेजनी चाहिए। इससे पूर्ण विश्व भर के हिन्दू निश्चिंत हो सकते हैं कि ‘एक हैं तो सेफ है’! |