Sri Lankan President Dissanayake : श्रीलंका की भूमि का उपयोग भारत के विरुद्ध नहीं होने दिया जाएगा !
श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके का भारत को आश्वासन
श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके का भारत को आश्वासन
८ की अपेक्षा ९ जून को हो सकती है शपथविधि
विदेश मंत्री साबरी ने कहा कि ब्रिक्स में भारत की भागीदारी के बाद यह एक बहुत अच्छा संगठन बन गया है। हम भी इस संगठन में भाग लेने का प्रयास करेंगे।
इससे पहले श्रीलंकाई विदेश मंत्री ने भी कच्चातिवु पर ऐसा ही बयान दिया था । मूल रूप से सूचना के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत, यह बताया गया कि कांग्रेस ने बिना किसी मुआवजे के श्रीलंका को कच्चातिवु द्वीप की पेशकश की थी । इस विषय पर हुए करार का इतिहास है तो श्रीलंका द्वारा इसे अस्वीकार करना हास्यास्पद है !
केवल मतों के लिए उपस्थित किया जा रहा है प्रश्न ! – श्रीलंका के भारत में नियुक्त भूतपूर्व उच्चायुक्त फर्नांडो
भारत के पूर्व महाधिवक्ता मुकुल रोहतगी कच्चाथिवू द कांग्रेस सरकार द्वारा बदले में बिना कुछ लिए द्वीप श्रीलंका को भेंट देने का गंभीर आरोप लगाया है ।
कच्चातिवु द्वीप श्रीलंका की सीमा में आता है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के श्रीलंका से अच्छे संबंध हैं ।
कांग्रेस ने श्रीलंका को कच्चातिवु द्वीप दिया, यह गंभीर आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ३१ मार्च को किया ।
श्रीलंका ने देरी से जो सीखा, वही मालदीव भी शीघ्र ही सीखेगा, ऐसी अपेक्षा !