3,000 Sri Lankans llegally Entered : ६ महीने में ३ हजार श्रीलंकाई नागरिक भारत में घुसपैठ कर चुके हैं !

 इस घटना से एक बार फिर साबित हो गया है कि देश में अल्पसंख्यक किसी भी क्षेत्र में अपराध करने में बहुसंख्यक हैं ! आम जनता को उम्मीद है कि ऐसे लोगों को मौत की सजा मिलनी चाहिए !

Srilankan President Assured India : भारत के विरुद्ध नहीं होगा श्रीलंकाई जमीन का इस्तेमाल !

राष्ट्रपति बनने के बाद वह २ दिवसीय भारत दौरे पर आए हैं। उन्होंने यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और द्विपक्षीय वार्ता की । उस समय उन्होंने उक्त आश्वासन दिया । राष्ट्रपति बनने के बाद अनुरा कुमार दिसानायके की यह पहली विदेश यात्रा है।

बांग्लादेश सरकार ‘अदानी पॉवर’ सहित अनेक बिजली उत्पादन समझौतों की जांच करेगी !

अमेरिका में जब तक डॉनल्ड ट्रम्प के हाथ में सत्ता नहीं आती, तब तक अमेरिका का भारतद्वेषी बाइडन सरकार ट्रम्प का समर्थक माना जानेवाले भारत तथा भारतीय लोगों को कष्ट देता रहेगा, यही इस घटना से ध्यान में आता है !

Sri Lankan President Dissanayake : श्रीलंका की भूमि का उपयोग भारत के विरुद्ध नहीं होने दिया जाएगा !

श्रीलंका के राष्‍ट्रपति दिसानायके का भारत को आश्‍वासन

Sri Lanka China Relations : चीनी जासूसी नौकाओं पर से प्रतिबंध हटाने का श्रीलंका सरकार का निर्णय !

भारत का तनाव बढ़ेगा

PM Modi Oath Ceremony : नरेंद्र मोदीजी की शपथविधि के लिए इस बार भी पडोसी देशों के प्रमुखों को आमंत्रण

८ की अपेक्षा ९ जून को हो सकती है शपथविधि

हम किसी को भी भारत का नुकसान नहीं करने देंगे ! – श्रीलंका

विदेश मंत्री साबरी ने कहा कि ब्रिक्स में भारत की भागीदारी के बाद यह एक बहुत अच्छा संगठन बन गया है। हम भी इस संगठन में भाग लेने का प्रयास करेंगे।

(और इनकी सुनिए…) ’कच्चातिवु द्वीप पर भारत का दावा निराधार है !’ – डगलस देवानंदा, श्रीलंका के मत्स्य पालन मंत्री

इससे पहले श्रीलंकाई विदेश मंत्री ने भी कच्चातिवु पर ऐसा ही बयान दिया था । मूल रूप से सूचना के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत, यह बताया गया कि कांग्रेस ने बिना किसी मुआवजे के श्रीलंका को कच्चातिवु द्वीप की पेशकश की थी । इस विषय पर हुए करार का इतिहास है तो श्रीलंका द्वारा इसे अस्वीकार करना हास्यास्पद है !

Katchatheevu Island Row : कच्चातिवु समस्या पर ५० वर्ष पहले समाधान हुआ है, इसलिए अब उसे फिर से उठाने की आवश्यकता नहीं ! – श्रीलंका के विदेश मंत्री

केवल मतों के लिए उपस्थित किया जा रहा है प्रश्न ! – श्रीलंका के भारत में नियुक्त भूतपूर्व उच्चायुक्त फर्नांडो 

कच्चाथिवू द्वीप वापस पाने के लिए श्रीलंका से करना होगा युद्ध !

भारत के पूर्व महाधिवक्ता मुकुल रोहतगी कच्चाथिवू द कांग्रेस सरकार द्वारा बदले में बिना कुछ लिए द्वीप श्रीलंका को भेंट देने का गंभीर आरोप लगाया है ।