पालक्काड (केरल) में ‘चिन्मय मिशन’ के ‘संस्कार’ कार्यक्रम में सनातन संस्था की ओर से ग्रंथ-प्रदर्शनी !

‘चिन्मय मिशन’ की ओर से स्वामी चिन्मयानंदजी के १०८ वें जन्मदिन के निमित्त ‘संस्कार’ कार्यक्रम मनाया गया । यह कार्यक्रम पालक्काड के महानगरपालिका के स्टेडियम में संपन्न हुआ ।

संपादकीय : कतर पर प्राप्त विजय !

कतर ने भारत के ८ पूर्व नौसेना अधिकारियों को छोड दिया है । यह भारत सरकार की कूटनीति की विजय है; इसलिए सरकार की अवश्य प्रशंसा करनी ही होगी ।

धर्म की लडाई में अधिवक्ता जैन पिता-पुत्र का योगदान !

‘कुछ ही दिन पूर्व अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के स्थान पर श्रीराममूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा का समारोह संपन्न हुआ । उस विषय में संपूर्ण देश में बहुत बडे स्तर पर आनंदोत्सव मनाया गया । श्रीराम मंदिर हेतु किए गए इस संघर्ष में अनेक लोगों ने अपना योगदान दिया है

HCI Moulana Arrested : हलाल प्रमाणपत्र देनेवाले ‘हलाल काऊंसिल ऑफ इंडिया’ के मौलाना को बंदी बनाया  !

हलाल प्रमाणपत्र देनेवाले प्रमुख संगठनों में ‘हलाल काऊंसिल ऑफ इंडिया’ एक संस्था है । अब उत्तर प्रदेश पुलिस को, राज्य में ‘हलाल इंडियन’, ‘हलाल सर्टिफिकेशन सर्विसेस इंडिया’, ‘जमियत उलेमा-ए-हिन्द हलाल ट्रस्ट’ ये एवं अन्य बडी संस्थाएं भी यदि कार्यरत हों, तो उन पर कार्यवाही करनी चाहिए, हिन्दुओं की ऐसी ही अपेक्षा है !

अमृत महोत्सव निमित्त प.पू. स्‍वामी गोविंददेव गिरि महाराजजी का मुख्‍यमंत्री एकनाथजी शिंदे के करकमलों से सम्मान

वेदपरंपरा के संरक्षक, विश्वभर में गीता का प्रसार करनेवाले एवं श्रीरामजन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्‍यास के कोषाध्‍यक्ष प.पू. स्‍वामी गोविंददेव गिरि महाराज के अमृतमहोत्सव निमित्त महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री मा. श्री. एकनाथजी शिंदे के करकमलों से प.पू. स्‍वामी गोविंददेव गिरि महाराजजी का सम्मान किया गया ।

अवयस्क बालक के साथ अश्लील व्यवहार करने के प्रकरण में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय का निर्णय !

‘एक महिला ने एक अवयस्क बालक को अपने पास रखा तथा उसके साथ बाहर जाकर उसके साथ अश्लील आचरण किया, साथ ही उसे ‘इस विषय में किसी को कुछ न बताने की धमकी दी, ऐसा आरोप अवयस्क बालक की दादी ने बद्दी पुलिस थाने में दी गई शिकायत में लगाया ।

वर्ष १९७० का ‘मुक्त संचार व्यवस्था’ (फ्री मूवमेंट रिजीम) अनुबंध किया रद्द !

आजकल म्यांमार में विद्रोही गुट एवं सेना के मध्य संघर्ष चल रहा है, साथ ही नवंबर २०२३ में भारत में म्यांमार के लगभग ६०० सैनिक घुस गए थे । इस प्रकरण में मिजोरम सरकार ने केंद्र सरकार से सहायता मांगी थी ।

अयोध्या में प्रभु श्रीराम के दर्शन हेतु जाने से पूर्व इन बातों को समझ लें !

प्रभु श्रीराम के मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा होने के उपरांत देश-विदेश से बडी संख्या में श्रद्धालु श्रीराम के दर्शन करने हेतु अयोध्या आ रहे हैं । अनेक श्रद्धालुओं को श्रीराम के दर्शन की आस लगी है । प्रतिदिन सहस्रों श्रद्धालु दर्शन हेतु आ रहे हैं ।

आचारों का पालन करना ही अध्यात्म की नींव है ।

प्राचीन काल में तुलसी जी को जल चढाकर वंदन किया जाता था; परन्तु आज अनेक लोगों के घर तुलसीवृन्दावन भी नहीं होता । प्राचीन काल में सायंकाल दीपक जलाकर ईश्वर के समक्ष स्तोत्र पठन किया जाता था; परन्तु आज सायंकाल बच्चे दूरदर्शन पर कार्यक्रम देखने में मग्न रहते हैं ।

शुभसूचक कृत्य करना अथवा शुभ वस्तुओं की ओर देखना

‘बडों का अभिवादन करना, दर्पण या घी में अपना प्रतिबिम्ब देखना, केशभूषा करना, अलंकार धारण करना, नेत्रों में अंजन या काजल लगाना आदि कृत्य शुभसूचक होते हैं ।’