अल्प आयु में अत्यधिक प्रगल्भ विचारोंवाली फोंडा (गोवा) की ६६ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त कु. श्रिया राजंदेकर (आयु १० वर्ष) !

‘प्रत्येक को उनके कर्माें का फल और प्रारब्ध भोगकर कब प्रगति करनी है ?’, यह बात भगवान द्वारा निश्चित की गई है । हम उसमें कुछ नहीं कर सकते । हमें उनकी ओर साक्षीभाव से देखना होगा ।

डॉ. वेदजी ने अपनी बेटी श्रीमती क्षिप्रा जुवेकर के आध्यात्मिक जीवन के विशद किए चरण एवं गुरुदेवजी के प्रति व्यक्त की कृतज्ञता !

‘वर्ष २००० में सरयू विहार, अयोध्या में सनातन संस्था के साधक सत्संग के लिए आए थे, तब क्षिप्रा ने अपने कक्ष का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया । तदुपरांत गुरुकृपा से ‘वह बंद दरवाजा कब खुला, क्षिप्रा सत्संग कब लेने लगी और अयोध्या के सनातन के कार्य का दायित्व भी लेने लगी’, वह पता ही न चला ।

वामपंथियों की शिक्षापद्धति के कारण आज की पीढी मुगलों को ही उनका आदर्श मानती है ! – जगजीतन पांडेय, महामंत्री, अखिल भारतीय धर्मसंघ शिक्षा मंडल

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना केवल मत नहीं, अपितु व्रत बनना चाहिए । राष्ट्र और धर्म पर मंडरा रहे संकट के समय धर्म के पक्ष में रहना, हम सभी का दायित्व है । वर्ष २०२५ के पश्चात सत्त्वगुणी हिन्दुओं द्वारा भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होगी ।

हम स्वयं हलाल प्रमाणित उत्पाद का उपयोग नहीं करेंगे एवं अन्यों में भी जागृति करेंगे – महेश्वरी समाज, रांची द्वारा संकल्प

इस्लामी अर्थव्यवस्था अर्थात ‘हलाल इकोनॉमी’ को बहुत ही चतुराई के साथ धर्मनिरपेक्ष भारत में लागू किया गया । हलाल आधारित इस्लामी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए पुराने नियम तोड-मरोडकर हलाल संकल्पना को व्यापक बनाया जा रहा है ।

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना विश्वकल्याण के लिए – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

आज हिन्दुओं की जो भी कुछ समस्याएं हैं, उनका हम संगठित शक्ति से ही हल ढूंढ सकते हैं । अतः सनातन धर्म वट वृक्ष की शाखाएं भले ही अनेक हों; परंतु हमें एकत्रित होकर ही कार्य करना होगा’’, ऐसा मार्गदर्शन हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने किया ।

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना विश्वकल्याण के लिए ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

भारत में हिन्दुओं को असहिष्णु कहा जाता है । मोहम्मद अली जिन्नाह ने धर्म के आधार पर अलग पाकिस्तान की मांग की, उसके अनुसार मुसलमानों को इस्लामी राष्ट्र मिला, तो हिन्दुओं के भारत को धर्मनिरपेक्ष (सेक्युलर) घोषित किया गया । तब भी हिन्दू ही असहिष्णु कैसे हो सकते हैं ?

उत्तर भारत में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ‘प्रांतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ संपन्न !

केवल भारत में ही नहीं; अखिल विश्व में हिन्दू राष्ट्र स्थापना आवश्यक है; इसके लिए सभी को एकत्रित होने की आवश्यकता है। तरुण हिन्दू की स्थापना इसी उद्देश्य से हुई है एवं हिन्दू जनजागृति समिति उसे आगे ला रही है, इसलिए हम एक साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं ।

कश्मीरी हिन्दुओं के सुरक्षित पुनर्वसन करने के लिए कश्मीर में स्वतंत्र रूप से ‘पनून कश्मीर’ नाम से स्वतंत्र प्रदेश निर्माण करें ! – हिन्दू जनजागृति समिति

कश्मीरी हिन्दुओं पर हुए अत्याचार ‘वंशसंहार’ के अंतर्गत आने चाहिए । कश्मीरी हिन्दुओं पर अनगिनत अत्याचार करनेवालों पर अपराध प्रविष्ट कर उनपर कानूनी कार्यवाही करने के लिए न्यायिक पंच की नियुक्ति की जाए । आदि अनेक मागें की गई ।

पंजाब एवं दिल्ली में श्रीराम नाम का संकीर्तन अभियान

दिल्ली के सरिता विहार में सनातन संस्था द्वारा श्रीमती प्रोमिला अगरवाल के निवास स्थान पर रामनाम संकीर्तन हुआ । इसका लाभ अनेक भक्तों ने लिया । यहां के मंदाकिनी इनक्लेव में श्रीराम नाम संकीर्तन हुआ । साधना सत्संग के जिज्ञासु श्रीमती रीतिका मित्तल को नामजप से विशेष अनुभव हुआ ।

‘जय श्रीराम’ के नारों के साथ रामराज्य का संकल्प लेने जुटे हिन्दू संगठन !

हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक संत पू. निलेश सिंगबाळजी ने सभी हिन्दुत्ववादी संगठनों को एकजुट होकर रामराज्य लाने के लिए प्रयास करने का आवाहन किया । इस शोभायात्रा में ‘जय श्री राम जय-जय श्री राम’, ‘जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम्’ आदि अनेक नारे दिए गए ।