हम पर हलाल अर्थव्यवस्था थोपी जा रही है ! – अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, केंद्र शासन के अधिवक्ता

हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे द्वारा लिखी गई ‘हलाल जिहाद’ ग्रंथ की हिन्दी आवृत्ति का लोकार्पण अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, भाजपा के नेता तथा ‘हिन्दू इकोसिस्टम’ के श्री. कपिल मिश्रा तथा ‘सुदर्शन न्यूज’ समाचार वाहिनी के संपादक श्री. सुरेश चौहानके के हाथों किया गया ।

अरुणाचल प्रदेश से सटे चीन की सीमा पर चीनी सेना का निर्माणकार्य और उसके लिए भारत द्वारा करने योग्य उपाय !

अरुणाचल प्रदेश के लांग्जू प्रदेश के पास की एक घाटी में चीनी सेना निर्माणकार्य कर रही है, ऐसा एक वीडियो प्रसारित हो रहा है । यह वीडियो भारतीय सीमा में रहनेवाले नागरिकों ने बनाया है । उन्हें चीनी सैनिक अरुणाचल प्रदेश-चीन सीमा पर निर्माणकार्य करते हुए दिखाई दिए ।

गोवंश हत्या के भीषण परिणाम !

‘गोपालन करनेवाले भगवान श्रीकृष्ण के कारण उस समय भारत समृद्ध था । आज के समय की सर्वदलीय सरकारों द्वारा सर्वत्र गोवंश हत्या करनेवाले पशुवधगृह चलाने के कारण आज भारत निर्धन होकर इस दयनीय स्थिति तक पहुंच गया है ।’

गोपालन का महत्त्व !

पृथ्वी, आप, तेज, वायु एवं आकाश इन पंचमहाभूतों के आधार से सृष्टि की उत्पत्ति हुई और उसका चलन भी चल रहा है । गाय इन पंचमहाभूतों की माता है । काल के प्रवाह में उसकी ही अवहेलना होने से आज सर्वत्र सभी प्रकार का गंभीर प्रदूषण बढा है ।

गोहत्या रोकिए और हिन्दू धर्म की रक्षा कीजिए !

आज देश के ३६,००० पशुवधगृहों में गोवंश की हत्या की जाती है । उसके कारण वर्ष १९४७ में देश में उपलब्ध ९० करोड का गोधन अब केवल १ करोड ही बचा है । हिन्दुओं, इस धर्महानि को रोकने के लिए गोरक्षा कीजिए !

गोहत्या के कारण ही दरिद्रता, अकाल तथा अनाचार में वृद्धि !

स्वतंत्रताप्राप्ति से लेकर आज तक भौतिकवाद के कारण, दैवी विचार शून्य होने के कारण ऋषियों के विचार जिस भूमि से उत्पन्न हुए, वहीं आज वे नष्ट होने के पथ पर होने से निर्धनता, अकाल, अनाचार, भ्रष्टाचार, अनीति, कृत्रिमता, दिखावा तथा भौतिक सुख में वृद्धि होने की लालसा जैसे दुर्गुणों की वृद्धि हुई है ।

गोपालन को प्रोत्साहित करना एक राष्ट्रकार्य ही है !

३३ करोड देवी-देवताओं का जिसमें वास है (देवताओं के तत्त्व आकर्षित करनेवाली), ऐसी गोमाता हिन्दुओं के लिए पूजनीय है । प्रतिदिन गोग्रास देना, मंगलसमय पर गोपूजन, गोदान करने के लिए गोपालन करने का भी प्रयास करें ! अपनी क्षमतानुसार घर में सवत्स गोपालन करें !

गोहत्यासहित राष्ट्र की प्रत्येक समस्या का शाश्वत समाधान – धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र की (आदर्श रामराज्य की) स्थापना !

‘केवल गोहत्याबंदी कानून करना पर्याप्त नहीं है, अपितु देश में गोपालक राज्यकर्ता होना भी उतना ही महत्त्वपूर्ण है ।’ ऐसे राज्यकर्ता मिलने के लिए धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र नहीं, अपितु धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !

गोरक्षा के कार्य का महत्त्व एवं मर्यादाएं

अधिकांश पूर्णकालीन गोरक्षकों को गोरक्षा का कार्य प्रतिदिन ७-८ घंटे का भी नहीं होता । जब गोरक्षा का कार्य नहीं होगा, उस समय उन्होंने हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए कार्य किया, तो उनके परिश्रम सर्वत्र के गायों की रक्षा हेतु सहायक सिद्ध होंगे ।

चरकसंहिता के अनुसार गोमांस खाना निषिद्ध ही है !

जो बीमारियां गोमांस खाने से ठीक होती हैं, ऐसा बताया गया है; उन बीमारियों में चरकसंहिता में अन्य असंख्य औषधियां बताई गई हैं । तो उन औषधियों को छोडकर कौन मूर्ख स्वास्थ्य के लिए अहितकारी गोमांस खाएगा ?