देहली में ‘हलाल जिहाद’ ग्रंथ के हिन्दी संस्करण का लोकार्पण !
नई देहली, ११ सितंबर (संवाददाता) – यहां के इंडिया इंटरनैशनल सेंटर में अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन; भाजपा नेता तथा ‘हिन्दू इकोसिस्टम’ के श्री. कपिल मिश्रा तथा ‘सुदर्शन न्यूज’ समाचारवाहिनी के संपादक श्री. सुरेश चव्हाणके, इन मान्यवरों के हस्तों हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे द्वारा लिखित ‘हलाल जिहाद’ ग्रंथ के हिन्दी संस्करण का लोकार्पण किया गया । इस अवसर पर अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा, ‘‘हलाल प्रमाणित पदार्थाें के सेवन एवं उपयोग को बढावा देकर हम पर हलाल अर्थव्यवस्था थोपी जा रही है । उसके कारण हलाल प्रमाणपत्र के माध्यम से बहुसंख्यक समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत की जा रही हैं । इस पुस्तक के माध्यम से ऐसे अनेक पदार्थाें की जानकारी, हलाल अर्थव्यवस्था के कारण हिन्दू समाज एवं भारतीय अर्थव्यवस्था पर हो रहे विपरीत परिणामों की जानकारी समाज को मिलनेवाली है ।’’
इस अवसर पर देहली के उद्योगपति डॉ. विवेक अगरवाल, पत्रकार श्री. संदीप देव, इतिहासकर्ता डॉ. रिंकू वढेरा, ‘बालाजी ग्रुप ऑफ कॉलेजेस’ के निदेशक श्री. जगदीश चौधरी आदि मान्यवर उपस्थित थे । इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य को दो दशक पूर्ण होने के उपलक्ष्य में समिति के पश्चिमी उत्तरप्रदेश तथा उत्तराखंड समन्वयक श्री. श्रीराम लुकतुके ने विभिन्न विषयों में समिति को मिली सफलता के विषय में बताया । कार्यक्रम का सूत्रसंचालन समिति के पंजाब एवं हरियाणा राज्य समन्वयक श्री. कार्तिक साळुंके ने किया ।
सभी ने संगठित होकर विरोध किया, तो हलाल अर्थव्यवस्था को बढने से निश्चितरूप से रोका जा सकता है ! – श्री. रमेश शिंदे
आज के समय में हलाल प्रमाणपत्र के माध्यम से मिलनेवाले पैसों का उपयोग कहां किया जा रहा है, यह भी जांच का विषय है । हलाल प्रमाणपत्र देनेवाले जमियत उलेमा-ए-हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं से देश के गृहमंत्री को संकट है । मध्य प्रदेश में ‘इस्कॉन’ ने जब विद्यालयों के बच्चों को अपरान्ह भोजन देने की तैयारी दर्शाई, तब इस्लाम धर्मियों ने उसका बहिष्कार कर कहा कि हम इस अन्न का सेवन नहीं करेंगे; क्योंकि उसे भगवान जगन्नाथ को अर्पण कर परोसा जाता है । यदि ऐसा है, तो हम पर हलाल हलाल प्रमाणित खाद्यपदार्थ और अन्य वस्तुएं क्यों थोपी जा रही हैं ? भारत सरकार द्वारा संचालित मांस का निर्यात करनेवाली संस्था में केवल हलाल मांस का ही निर्यात करने की सूचना दी गई थी । इस प्रकरण में भारत सरकार के साथ किए गए पत्राचार का संज्ञान लेकर इस संस्था ने उस पर रोक लगाई है । इस्लाम में भले ही ‘हलाल खाइए’, ऐसा लिखा हो; परंतु हलाल की बिक्री करने के विषय में नहीं लिखा है; इसलिए हलाल प्रमाणित वस्तुओं की खरीद करने के लिए हम पर कोई जबरदस्ती नहीं कर सकता । हम सभी ने संगठित होकर इसका विरोध किया, तो हलाल अर्थव्यवस्था को बढने से हम निश्चितरूप से रोक सकते हैं ।
स्वयं के हितों के विरुद्ध चल रही समानांतर अर्थव्यवस्था को रोकना प्रत्येक हिन्दू का मौलिक अधिकार ! – श्री. कपिल मिश्रा
हलाल अर्थव्यवस्था के माध्यम से हमारी जेब से बलपूर्वक पैसे निकाल कर समानांतर अर्थव्यवस्था खडी की जा रही है । अपने विरुद्ध चल रही समानांतर अर्थव्यवस्था को रोकना प्रत्येक हिन्दू का मौलिक अधिकार है । बहुसंख्यक समाज को आर्थिक दृष्टि से दुर्बल बनाने के लिए यह षड्यंत्र रचा गया है ।
हिन्दू राष्ट्र की मांग जारी रखने की आवश्यकता – श्री. सुरेश चव्हाणके
आज सभी हिन्दुओं को उन पर थोपी जा रही हलाल अर्थव्यवस्था का विरोध करनेसहित हिन्दू राष्ट्र की मांग जारी रखने की आवश्यकता है । (१२.९.२०२२)