आगरा (उत्तरप्रदेश) में श्री शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्थान के धारकरियों की ओर से लाल किलेतक दुर्गामाता दौड संपन्न !

हिन्दुओं में विशेषरूप से युवकों में शौर्य एवं भक्ति का जागरण हो; इसके लिए ‘श्री शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्थान’ के पू. संभाजीराव भिडेगुरुजी के मार्गदर्शन में प्रतिवर्ष नवरात्रि के समय में ९ दिनतक ‘दुर्गामाता दौड’ का आयोजन किया जाता है ।

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विजयादशमी का संदेश

‘विजयादशमी’ हिन्दुओं के देवता और महापुरुषों की विजय का दिन है । ‘आसुरी शक्तियों का पराभव और दैवी शक्तियों की विजय’, यह इस दिन का इतिहास है । इसीलिए इस दिन अपराजितापूजन और सीमोल्लंघन करने की सनातन परंपरा है ।

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार

‘पुलिस तथा सेना में ही नहीं, प्रशासन में सभी को भर्ती करते समय हिन्दू राष्ट्र में ‘राष्ट्र एवं धर्म के प्रति प्रेम’ को सबसे बडा घटक माना जाएगा !’

हिन्दू पुन: मक्का के मक्केश्वर महादेव मंदिर पर नियंत्रण प्राप्त करेंगे !

सऊदी अरेबिया में मक्का के मक्केश्वर महादेव मंदिर को तोड कर मुसलमान आक्रमणकर्ताओं ने उसे ‘मक्का’ बनाया । एक दिन पुन: हिन्दू उसे नियंत्रण में लेंगे; क्याेंकि मक्केश्वर महादेव हिन्दुओं की श्रद्धा का केंद्र है ।

धर्म-परिवर्तन करनेवाले ईसाई संगठन को दान देने के कारण ‘अमेजन इंडिया’ को ज्ञापन !

यह ज्ञात हुआ है कि ‘अमेजन’ पर सदा ऐसे उत्पाद बेचे जाते हैं, जो हिन्दुओं के देवताओं का अपमान करते हैं । अब तो सीधे हिन्दुओं का धर्म-परिवर्तन करनेवाले ईसाई संगठनों को दान देने की बात सामने आई है । अत: केंद्र सरकार को भारत में ‘अमेजन’ के व्यवसाय करने पर ही प्रतिबंध लगा देना चाहिए ।

रामायण-महाभारत पर खोज करनेवाले प्रा. लाल !

ब्रज बसीलाल अर्थात पुरातत्वशास्त्रज्ञ और लेखक प्रा. बी.बी. लाल का जब निधन इसी महीने १० सितंबर २०२२ को हुआ, तब वे १०१ वर्ष के थे । उनका नाम श्रीरामजन्मभूमि अभियोग से जुडने पर अनेक लोगों को उनके विषय में जानकारी हुई ।

प.पू. भक्तराज महाराजजी की धर्मपत्नी वात्सल्यमूर्ति प.पू. जीजी (प.पू. [श्रीमती] सुशीला कसरेकरजी) का देहत्याग

सनातन संस्था के श्रद्धाकेंद्र प.पू. भक्तराज महाराजजी की (प.पू. बाबा की) धर्मपत्नी तथा पू. नंदू कसरेकरजी की माताजी प.पू. जीजी (प.पू. [श्रीमती] सुशीला कसरेकरजी) (आयु ८६ वर्ष) ने १८ सितंबर को दोपहर २ बजे नाशिक में उनके कनिष्ठ पुत्र श्री. रवींद्र कसरेकर के आवास पर देहत्याग किया ।

सनातन के कार्य को भर-भरकर आशीर्वाद देनेवालीं प.पू. भक्तराज महाराजजी की धर्मपत्नी प.पू. श्रीमती (स्व.) सुशीला दिनकर कसरेकरजी !

आयु के १७ वें वर्ष में विवाह होने के उपरांत उन्होंने जीवनभर प.पू. भक्तराज महाराजजी (प.पू. बाबा) जैसे उच्च कोटि के संत की गृहस्थी संभालने का कठिन शिवधनुष्य उठाया । प.पू. जीजी की साधना अत्यंत कठिन थी ।