लोग मुसलमानों से भेदभाव के संबंध में क्यों बोलते हैं ?, यह प्रश्न उत्पन्न होता है ! – हुमा कुरेशी, अभिनेत्री

हुमा कुरेशी के वक्तव्य के संबंध में ‘भारत में मुसलमान असुरक्षित हैं’, ऐसा बोलनेवालों को क्या कहना है ?

‘७२ हूरें’ चलचित्र (फिल्म) के दिग्दर्शक संजय चौहान को सामाजिक माध्यम से जान से मारने की धमकियां !

चलचित्र को मुसलमानविरोधी कहते हुए उसकी आलोचना

‘७२ हूरें’ चित्रपट का ‘ट्रेलर’ बिना अनुमति के प्रदर्शित !

इस्लाम की संकल्पना पर आधारित चित्रपट का विज्ञापन करने वाले वीडियो को (‘ट्रेलर को’) अनुमति न देने वाला केंद्रीय चित्रपट परिनिरीक्षण बोर्ड हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को दुखाने वाले ‘आदिपुरुष’ चित्रपट को आसानी से अनुमति देता है, यह ध्यान मे लें !

‘द केरल स्टोरी’ चलचित्र क्रय करने के लिए एक भी ओटीटी मंच तैयार नहीं !

‘इसके पीछे षड्यंत्र हो सकता है,’ ऐसा दिग्दर्शक सुदीप्तो सेन का आरोप

किसी को भी भावनाएं आहत करने का अधिकार नहीं ! – केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर

‘आदिपुरुष’ चित्रपट के संवाद पलटने का आश्वासन लेखक और निर्देशक ने दिया है । केंद्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड ने चित्रपट को प्रमाण पत्र दिया है ।

अगले सप्ताह तक ‘आदिपुरुष’ चलचित्र के आपत्तिजनक संवाद को परिवर्तित करेंगे !

वास्तविक आपत्तिजनक संवाद हटाए जाएं तबतक इस चलचित्र का प्रदर्शन रोकना आवश्यक है । आजकल अधिकांश चलचित्र ८ से १५ दिनों में ही पुराने हो जाते हैं । इसलिए एक सप्ताह में आपत्तिजनक संवाद हटाने का आश्‍वासन देना, अर्थात ‘बाद में देखा जाएगा’ ऐसा ही कहना है ! यह हिन्दुओं की आंखो में धूल झोंकने समान ही है !

हिन्दू धर्म स्वीकार करने वाले चलचित्र निर्देशक अली अकबर ने दिया भाजपा से त्यागपत्र !

प्रसिद्ध केरल चलचित् रनिर्देशक भाजपा की केरल प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य अली अकबर उपाख्य रामसिम्हन अबुबकर ने १६ जून को पक्ष से त्यागपत्र दे दिया । वह गत कुछ सप्ताहों में भाजपा में को त्यागने वाले चलचित्र उद्योग के तीसरे व्यक्ति हैं ।

‘आदिपुरुष’ चित्रपट के विरोध में देहली उच्च न्यायालय में याचिका !

चित्रपट के माध्यम से भगवान श्रीराम, सीतामाता, श्री हनुमान आदि को गलत ढंग से दिखाया

(और इनकी सुनिए ) ‘लडकी ऐसी चीज है कि विश्वामित्र जैसे लोग भी लडखडा सकते हैं !’ – सरवर चिश्ती

अजमेर दरगाह सेवक संघ के सचिव सरवर चिश्ती का चलचित्र ‘अजमेर ९२’ के विरुद्ध अशोभनीय वक्तव्य !

(और इनकी सुनिए…)  ‘अजमेर ९२’ चित्रपट पर प्रदर्शन के पूर्व ही प्रतिबंध लगाएं !

पूर्व में हिन्दू-मुसलमान भाईचारे की झूठी बातें बताने वाले चित्रपट प्रदर्शित कर हिन्दुओं को भ्रम में रखकर उनका आत्मघात किया जाता था । अब हिन्दुओं को सत्य इतिहास बताकर वास्तविकता दर्शाने वाले चित्रपट प्रदर्शित होने से मुसलमान संगठनों और उनके नेताओं को मिर्ची लगेगी ही !