चलचित्र में ओपनहायमर की भूमिका करनेवाले अभिनेता ने किया श्रीमद्भगवद्गीता का अध्ययन !

  • अणुबम का शोध करनेवाले वैज्ञानिक जे राबर्ट ओपनहाइमर के जीवन पर आ रहा है चलचित्र

  • अणुबम से हुई हानि के कारण ओपनहाइमर को पश्चाताप हुआ था तथा गीता के कारण मिली थी शांति !

नई देल्ही – अणुबम का शोध करनेवाले वैज्ञानिक जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर के जीवन पर ‘ओपनहाइमर’ नाम से अंग्रेजी चलचित्र बनाया गया है । क्रिस्टोफर नोलन इस चलचित्र के निर्देशक हैं । आनेवाली २१ जुलाई को यह चलचित्र प्रदर्शित होनेवाला है । ओपेनहाइमर ने अणुबम बनाया था, उसके पश्चात अमेरिका ने दूसरे विश्वयुद्ध में वह जापान के नागासाकी और हिरोशिमा नामक शहरों पर गिराए थे ।

इसमें लाखों लोगों की मृत्यु हो गई थी । इसलिए ओपेनहाइमर को पश्चाताप हुआ था तथा उस काल में उन्हें श्रीमद्भगवद्गीता के कारण उन्हें शांति मिली थी, ऐसा उन्होंने कहा था । श्रीमद्भगवद्गीता पढने के लिए ओपेनहाइमर ने संस्कृत सीखी थी । इस चलचित्र में उनकी भूमिका करनेवाले अभिनेता ने भी कहा है कि उन्होंने श्रीमद्भगवद्गीता का अध्ययन किया है ।

१. सिलियन मर्फी इस चलचित्र में जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर की भूमिका कर रहे हैं । अभिनेता सिलियन मर्फी ने ओपेनहाइमर की भूमिका के संबंध में बताया कि, भूमिका की तैयारी करने के लिए मैंने श्रीमद्भगवद्गीता पढी थी । ओपेनहाइमर की मानसिकता एवं विचारधारा जानने के लिए गीता का अध्ययन किया । गीता एक सुंदर पुस्तक है । वह अत्यधिक प्रेरणादायक है । ओपेनहाइमर को भी उस समय इस पुस्तक की आवश्यकता थी । बाद में भी उन्हें गीता का लाभ होता रहा ।

२. जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर ने पहले बताया था कि, जब संसार का पहला अणुबम सफल सिद्ध हुआ था, तब मेरे मन में श्रीमद्भगवद्गीता से भगवान श्रीकृष्ण के बोल सुनाई दिए थे । वे कह रहे थे मैं अब संसार का विनाश करनेवाली मृत्यु बना हूं ।

(सौजन्य : WION)

संपादकीय भूमिका

गीता का महत्त्व पश्चिमी समझते हैं; परंतु भारत के विद्यालयों में गीता पढाने का सूत्र आनेपर धर्मनिरपेक्ष राज्यकर्ता उसका विरोध करते हैं, यह संतापजनक !