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नई देल्ही – अणुबम का शोध करनेवाले वैज्ञानिक जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर के जीवन पर ‘ओपनहाइमर’ नाम से अंग्रेजी चलचित्र बनाया गया है । क्रिस्टोफर नोलन इस चलचित्र के निर्देशक हैं । आनेवाली २१ जुलाई को यह चलचित्र प्रदर्शित होनेवाला है । ओपेनहाइमर ने अणुबम बनाया था, उसके पश्चात अमेरिका ने दूसरे विश्वयुद्ध में वह जापान के नागासाकी और हिरोशिमा नामक शहरों पर गिराए थे ।
इसमें लाखों लोगों की मृत्यु हो गई थी । इसलिए ओपेनहाइमर को पश्चाताप हुआ था तथा उस काल में उन्हें श्रीमद्भगवद्गीता के कारण उन्हें शांति मिली थी, ऐसा उन्होंने कहा था । श्रीमद्भगवद्गीता पढने के लिए ओपेनहाइमर ने संस्कृत सीखी थी । इस चलचित्र में उनकी भूमिका करनेवाले अभिनेता ने भी कहा है कि उन्होंने श्रीमद्भगवद्गीता का अध्ययन किया है ।
#Oppenheimer, the latest work of British-American filmmaker Christopher Nolan, featuring Irish actor Cillian Murphy has a Bhagavad Gita connectionhttps://t.co/u4GPiUXQ1D
— Hindustan Times (@htTweets) July 16, 2023
१. सिलियन मर्फी इस चलचित्र में जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर की भूमिका कर रहे हैं । अभिनेता सिलियन मर्फी ने ओपेनहाइमर की भूमिका के संबंध में बताया कि, भूमिका की तैयारी करने के लिए मैंने श्रीमद्भगवद्गीता पढी थी । ओपेनहाइमर की मानसिकता एवं विचारधारा जानने के लिए गीता का अध्ययन किया । गीता एक सुंदर पुस्तक है । वह अत्यधिक प्रेरणादायक है । ओपेनहाइमर को भी उस समय इस पुस्तक की आवश्यकता थी । बाद में भी उन्हें गीता का लाभ होता रहा ।
'परमाणु वैज्ञानिक बनने के लिए पढ़ी भगवत गीता', हॉलीवुड फिल्म 'ओपेनहाइमर' के एक्टर सिलियन मर्फी का खुलासा #CillianMurphy #Oppenheimer #bhagavadgita https://t.co/xiBOsla5qV
— Oneindia Hindi (@oneindiaHindi) July 15, 2023
२. जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर ने पहले बताया था कि, जब संसार का पहला अणुबम सफल सिद्ध हुआ था, तब मेरे मन में श्रीमद्भगवद्गीता से भगवान श्रीकृष्ण के बोल सुनाई दिए थे । वे कह रहे थे मैं अब संसार का विनाश करनेवाली मृत्यु बना हूं ।
(सौजन्य : WION)
संपादकीय भूमिकागीता का महत्त्व पश्चिमी समझते हैं; परंतु भारत के विद्यालयों में गीता पढाने का सूत्र आनेपर धर्मनिरपेक्ष राज्यकर्ता उसका विरोध करते हैं, यह संतापजनक ! |