The Diary Of West Bengal : ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ के निर्माताओं को चलचित्र प्रदर्शित न करने के लिए पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन ने धमकाया
बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार भी चलचित्र के प्रदर्शन में ला रही है बाधा – निर्माताओं का आरोप
बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार भी चलचित्र के प्रदर्शन में ला रही है बाधा – निर्माताओं का आरोप
हिन्दी भाषा में ‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर’ चलचित्र २२ मार्च को विश्व भर प्रदर्शित होगा ।
हिन्दुद्वेषियों तथा साम्यवादियों का अड्डा बना सेंसर बोर्ड ! ऐसे लोगों को दंडित करने के लिए अब हिन्दुओं को दबावगुट बनाने होंगे !
कांग्रेस के इतिहास को दोहराने के लिए मैंने ‘स्वतंत्रतावीर सावरकर’ चलचित्र का निर्माण नहीं किया है । सावरकर की स्थिति और विचारधारा कौनसी परिस्थितियों में विकसित होती गई, यह स्पष्टरुप से दिखाने के लिए मैंने इस चलचित्र का निर्माण किया है ।
‘केंद्रीय चलचित्र परीनिरीक्षण मंडल अर्थात ‘सेंसर बोर्ड’ ने निर्माता-निर्देशक के.सी. बोकाडिया को उनके आगामी ‘तीसरी बेगम’ नामक हिन्दी चलचित्र से ‘जय श्रीराम’ शब्द हटाने को कहा है ।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम के नायक विनायक दामोदर सावरकर पर बना चलचित्र ‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर’ हिन्दी और मराठी भाषा में प्रदर्शित होगा । हिन्दी भाषा के इस चलचित्र का विज्ञापन प्रदर्शित हो गया है ।
केन्द्रीय चलचित्र प्रमाणन मंडल पर चूंकि केंद्र सरकार का नियंत्रण है, इसलिए हिंदुओं का मानना है कि सरकार को इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए !
केवल क्षमा मांगने से काम नहीं होगा, अपितु इस चलचित्र के लिए अनुमति देनेवाले केंद्रीय चलचित्र परिनिरीक्षण मंडल (सेंसर बोर्ड) एवं निर्माता को दंड दिया जाना चाहिए ! तभी हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करनेवालों को भय लगेगा !
भारत के वास्तविक इतिहास का पुनर्लेखन होना अति आवश्यक है । निर्माता विवेक रंजन अग्निहोत्री ने यह जो कदम उठाया है, वह अभिनंदनीय ही है !
हिन्दी सिनेमा की यह वास्तविकता आज विश्व को पता है । ऐसा सिनेमा जगत समाज में कभी नैतिकता निर्माण करने के लिए सिनेमा के माध्यम से प्रबोधन करेगा क्या ?