राजगढ (मध्य प्रदेश) में दलित हिन्दू युवक की बारात पर मस्जिद से पथराव !
मस्जिदों के पास हिन्दुओं के धार्मिक ही नहीं, अपितु सामाजिक कार्यक्रम के समय भी पथराव कर आक्रमण किया जाता है । इस संदर्भ में विधर्मिवादी एवं आधुनिकतावादी मुंह क्यों नहीं खोलते ?
मस्जिदों के पास हिन्दुओं के धार्मिक ही नहीं, अपितु सामाजिक कार्यक्रम के समय भी पथराव कर आक्रमण किया जाता है । इस संदर्भ में विधर्मिवादी एवं आधुनिकतावादी मुंह क्यों नहीं खोलते ?
‘मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार होते हुए, एक विशिष्ट समुदाय का हिन्दुओं पर आक्रमण करने का साहस कैसे होता है ?’, हिन्दुओं के मन में यह प्रश्न उत्पन्न होता है !
काँग्रेस की सरकार के समय काँग्रेस ने ऐसा क्यों नहीं किया और कृष्णन् ने इतने वर्ष यह बताया क्यों नहीं ?
वर्ष १९८९ के बाद आज भी कश्मीर में हिन्दुओं को ऐसी धमकियां मिल रही हैं, यह अभी तक की सभी पार्टियों की सरकारों के लिए लज्जास्पद !
हिन्दुओं को लगता है कि केंद्र में विगत ८ वर्षाें से भाजपा की सरकार होते हुए एवं धारा ३७० हटाने के पश्चात भी कश्मीर में आज भी हिन्दू असुरक्षित ही हैं, यह वस्तुस्थिति है और कश्मीरी हिन्दुओं का क्रोध आवश्यक है !
बांगलादेश में असुरक्षित हिन्दू ! भारत में कभी दिवाली, होली आदि हिन्दुओं के त्योहारों में सहभागी न होने पर अल्पसंख्यकों के विषय में ऐसी घटनाएं होती हैं क्या ? फिर भी तथाकथित धर्मनिरपेक्ष लोग हिन्दुओं को ही असहिष्णु ठहराते हैं !
भले ही १५ हजार हिन्दू हों, किन्तु मुट्ठी भर धर्मांध कट्टरपंथियों ने उन पर पत्थर फेंकने का साहस किया और हिंदुओं को मारा- पीटा ; यह हिन्दुओं के लिए अति लज्जास्पद है !
हिन्दुओं की धार्मिक शोभा यात्राओं पर आक्रमणों का प्रकरण !
हिन्दुओं को ऐसा ही लगता कि गुजरात में भाजपा का शासन रहते धर्मांधों द्वारा निरंतर हिन्दुओं पर आक्रमण करने का साहस न हो !
श्रीराम नवमी के अवसर पर आक्रमण के उपरांत, देश भर से आलोचना होने पर भी धर्मांध कट्टरपंथियों ने श्री हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा पर आक्रमण किया और हिन्दुओं को दिखा दिया कि, ‘हमारा कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता ।’ केवल हिन्दू राष्ट्र होने पर ही ऐसी मानसिकता को नष्ट किया जा सकता है !