फेसबुक पर भगवान श्रीरामजी के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी करनेवाले नईम को बंदी बनाया
यदि किसी ने मुहम्मद पैगंबर का अनादर किया होता, तो मुस्लिमों ने उसका सर धड से अलग करने की घोषणा कर दी होती; परंतु हिन्दू कानून के अनुसार कार्य करते हैं, अत: कभी भी ऐसी घोषणाएं नहीं करते, क्या धर्म-निरपेक्षतावादी एवं आधुनिकतावादी इसे ध्यान में लेंगे ?