(और इनकी सुनिए…) ‘महाविद्यालय की हिन्दू छात्राओं के अश्‍लील वीडियो बनाने की घटना बहुत छोटी !’ – गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्‍वर

  • कर्नाटक कांग्रेस सरकार के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्‍वर का संतापजनक वक्तव्य 

  • अश्‍लील वीडियो के प्रकरण में ३ मुस्लिम छात्राओं के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट !

गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्‍वर

उडुपी (कर्नाटक) – यहां की ‘नेत्र ज्योति’ निजी महाविद्यालय के प्रसाधनगृह में गुप्त कैमरे लगाकर छात्राओं के अश्‍लील वीडियो बनाने के प्रकरण में पुलिस ने अलीमतुल शैफा, शबानाज एवं आलिया नामक ३ छात्राओं सहित महाविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध परिवाद प्रविष्ट किया है । ये छात्राएं हिन्दू छात्राओं के वीडियो बनाकर अपने मुसलमान मित्रों को भेजती थीं । राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या खुशबू सुंदर इस प्रकरण की अधिक जानकारी लेने के लिए वहां पहुंची । दूसरी ओर राज्य की कांग्रेस सरकार के गृहमंत्री डॉ. जी परमेश्‍वर ने संतापजनक एवं असंवेदनशील वक्तव्य देते हुए कहा, ‘यह घटना बहुत ही छोटी है तथा उसको राजनीतिक रंग देने की आवश्यकता नहीं है । महाविद्यालयों में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं । भाजपा को ऐसी छोटी छोटी घटनाओं को लेकर राजनीति टालनी चाहिए ।

उडुपी दूसरा ‘अजमेर’ बन सकता है ! – सामाजिक कार्यकर्त्री रश्मी सावंत का भय

दाएं रश्मी सावंत

इस घटना के विषय में सामाजिक कार्यकर्त्री रश्मी सामंत ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि यह प्रकरण दबाने का प्रयास किया जा रहा है । इसके साथ ही सामंत ने कहा, ‘ध्यान में आता है कि इस वीडियो में देखी गईं पीडित छात्राएं उदास एवं निराश हो गई हैं । वे आत्महत्या का विचार कर सकती हैं । ऐसा होते हुए भी इस प्रकरण की ओर कोई गंभीरता से नहीं देखता तथा निषेध भी नहीं करता ।’

सामंत ने इस घटना की तुलना वर्ष १९९२ में अजमेर में घटित प्रकरणों से की है । वहां भी महाविद्यालय की सैकडों हिन्दू छात्राओं के अश्‍लील छायाचित्र खींचकर, उनको ब्लैकमेल कर मुसलमानों ने उनका यौन शोषण किया था । इस कारण अनेक युवतियों ने आत्महत्या कर ली थी । सामंत ने कहा है कि इस विचार से मुझे भय लग रहा है कि उडुपी दूसरा अजमेर बन सकता है । सामंत के अधिवक्ता आदित्य श्रीनिवासन ने जानकारी दी है कि इस ट्वीट के कारण कर्नाटक पुलिस ने रश्मी सामंत के घर जाकर जांच की, उस समय वे घर पर नहीं थीं । इसलिए पुलिस ने उनके अभिभावकों से पूछताछ की ।

संपादकीय भूमिका 

  • क्या कर्नाटक में कांग्रेस को चुननेवाले हिन्दुओं को यह वक्तव्य स्वीकार है ? आरोपी कट्टरपंथी एवं पीडित छात्राएं हिन्दू होने से ही कांग्रेस के मंत्री ऐसा वक्तव्य दे रहे हैं । यदि स्थिति इसके विपरीत होती, तो अब तक दोषियों पर कठोर कार्रवाई कर दी गई होती !
  • ऐसी घटनाओं द्वारा पुनः पुनः सामने आता है कि कांग्रेस की सत्ता, अर्थात पाकिस्तानी शासन । तब भी हिन्दू कांग्रेसियों को ही चुनते हैं, यह हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक !